UP News : उत्तर प्रदेश सरकार आईटीआई और पॉलिटेक्निक पास छात्रों को सीधे निजी कंपनियों से जोड़ने के मिशन में जुटी है। मिशन रोजगार योजना के अंतर्गत अब तक 5,66,483 युवाओं को नौकरियां मिल चुकी हैं। राज्य भर में 2800 प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से युवाओं को आधुनिक और रोजगारोन्मुखी कौशल प्रदान किया जा रहा है।
सरकार की इस पहल का असर नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर और वाराणसी जैसे शहरों में साफ देखा जा सकता है, जहां आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग और कृषि आधारित उद्योगों के विस्तार से रोजगार की संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
मुख्यमंत्री की अगुवाई में रोजगार मेला सफल
ट्रेनिंग काउंसिलिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर एम० ए० खां ने बताया कि विगत 15 अप्रैल को राजकीय आईटीआई, अलीगंज लखनऊ में आयोजित रोजगार मेले में देश की प्रतिष्ठित कंपनियों जैसे कॉन्टिनेंटल ऑटोमोटिव, एग्लो इंडिया, अडानी विंड, पेटीएम और एजस फेडरल लाइफ इंश्योरेंस ने भाग लिया। यहां कुल 22 अभ्यर्थियों का चयन किया गया। जिन्हें 13,000 से लेकर 21,000 रुपए मासिक वेतन एवं अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
इससे पहले 22 मार्च को आयोजित मिशन रोजगार योजना के तहत 73 युवाओं को रोजगार मिला। वहीं राजकीय पॉलिटेक्निक में 95 अभ्यर्थियों को जॉब ऑफर किया गया। यह युवाओं को उनके कौशल के अनुसार नौकरी दिलाने की दिशा में एक उल्लेखनीय पहल है।
युवाओं को मिल रहा उद्योगों की जरूरत के अनुसार प्रशिक्षण
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अंतर्गत 35 वर्ष तक के युवाओं को मुफ्त प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वर्ष 2017-18 से मार्च 2025 तक 14.13 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। इसके तहत 24 औद्योगिक प्रतिष्ठानों और 8 प्लेसमेंट एजेंसियों से अनुबंध किया गया है। जिससे प्रशिक्षण और रोजगार का सीधा संबंध स्थापित हो सके।
आधुनिक सुविधाओं से लैस हो रहे आईटीआई-पॉलिटेक्निक संस्थान
प्रदेश सरकार ने आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थानों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया है। ताकि विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकों की जानकारी और उद्योगों की मांग के अनुरूप कौशल मिल सके। यह पहल उत्तर प्रदेश को रोजगार के हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। नवीन औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन कार्यक्रमों के चलते राज्य में निरंतर नई कंपनियां निवेश कर रही हैं। इससे न सिर्फ युवाओं को नौकरी मिल रही है, बल्कि प्रदेश का औद्योगिक विकास भी तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है।