Tuesday, September 30, 2025
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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल बोले- यूपी आज ऐसे रनवे पर है जो अनस्टॉपेबल है

ग्रेटर नोएडा : उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) का तीसरा संस्करण सोमवार को भव्य समापन समारोह के साथ संपन्न हुआ। अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए केंद्र सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आयोजन की सफलता पर उत्तर प्रदेश सरकार को हार्दिक बधाई दी।

उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश की आर्थिक, औद्योगिक और सांस्कृतिक क्षमता का आईना है। उन्होंने आह्वान किया कि हम सब मिलकर स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग करें, उद्यमिता को बढ़ावा दें और विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सामूहिक संकल्प लें।

केंद्रीय मंत्री ने उत्तर प्रदेश में बीते आठ वर्षों में हुए बदलावों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की दूरदर्शी सोच और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्णायक एवं संवेदनशील नेतृत्व ने प्रदेश की तस्वीर बदल दी है। आज यूपी ऐसे रनवे पर है, जो अनस्टॉपेबल है। उद्योग और निवेश के लिए सुरक्षित वातावरण और मज़बूत इंफ्रास्ट्रक्चर ने यूपी को निवेशकों की पहली पसंद बना दिया है।

इस अवसर पर पीयूष गोयल ने आयोजन को सफल बनाने के लिए टीम यूपीईपीसी, टीम ओडीओपी, टीम सीएम युवा मिशन, टीम आईईएमएल को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।

पीयूष गोयल ने कहा कि यूपीआईटीएस 2025 इस मायने में अनोखा है क्योंकि, इसमें सभी स्टेकहोल्डर्स एक साथ जुड़े हैं। मंच पर उद्योग, सरकार और उसके दोनों अंग मंत्री और अधिकारी मौजूद हैं तो मंच के नीचे उद्यमी, निर्यातक, एमएसएमई, महिला उद्यमी और स्टार्टअप प्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में उपस्थित हैं। जब सब मिलते हैं तो यह परफेक्ट मिक्स बनता है और यही उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा का असली राज है।

अपने संबोधन में गोयल ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हाल ही में घोषित “जीएसटी बचत उत्सव” का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि रोजमर्रा की वस्तुओं पर टैक्स में कमी उपभोक्ताओं के लिए नवरात्रि का बड़ा तोहफा है। उन्होंने कहा कि 22 सितंबर का दिन स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा, क्योंकि यह स्वतंत्रता के बाद का सबसे बड़ा सुधार है, जिसका असर आने वाले दशकों तक महसूस किया जाएगा।

पीयूष गोयल ने 2014 से पहले की स्थिति याद दिलाते हुए कहा कि यूपीए सरकार ने देश को भ्रष्टाचार और आर्थिक कुप्रबंधन की भेंट चढ़ा दिया था। विकास दर मात्र 4 प्रतिशत थी, महंगाई 8 से 8.5 प्रतिशत पर पहुंच गई थी और विदेशी मुद्रा भंडार कमजोर था। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने लगातार 11 वर्षों की मेहनत से व्यवस्था बदली। अब खदानें, स्पेक्ट्रम और अन्य संसाधन केवल नीलामी से दिए जाते हैं। इससे सरकारी खजाने को राजस्व मिलता है और जनता का विश्वास बढ़ता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। विदेशी मुद्रा भंडार में व्यापक वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि आज भारत का पासपोर्ट सम्मान और विश्वास का प्रतीक है। दुनिया के विकसित देश भारत के साथ फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट करने के लिए उत्सुक हैं।

गोयल ने 2017 से पहले उत्तर प्रदेश की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि तब दहशत और अपराध का माहौल था। व्यापारी असुरक्षित थे, नोएडा के आधे प्रोजेक्ट अधूरे थे, फैक्ट्रियां बंद थीं। लेकिन योगी सरकार के आने के बाद हालात बदल गए। कानून-व्यवस्था सख्त हुई और निवेशकों का विश्वास लौटा। उन्होंने कहा कि जब 2017 में प्रदेश की जनता ने दो तिहाई बहुमत देकर भाजपा की सरकार बनाई तब उत्तर प्रदेश में नया सवेरा शुरू हुआ और समावेशी विकास की शुरुआत हुई।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पहला राज्य है जिसने निर्यात प्रोत्साहन के लिए अलग मंत्रालय बनाया। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना आज पूरे देश में 750 से अधिक डिस्ट्रिक्ट्स में पहुंची है और 1200 से अधिक उत्पादों को वैश्विक पहचान मिली है। आज जहां भी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मत्री या राजदूत कहीं जाते हैं, वे इन्हीं ओडीओपी को उपहार स्वरूप भेंट करते हैं। इससे उद्यमियों का मनोबल बढ़ा है।

यूनिटी मॉल से स्वदेशी को नई पहचान

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा परिकल्पित यूनिटी मॉल का जिक्र करते हुए गोयल ने कहा कि हर राज्य में यह मॉल बनाए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में तीन जिलों (लखनऊ, आगरा और वाराणसी) में यूनिटी मॉल बनेंगे। इनमें प्रदेश के 75 जिलों के साथ-साथ पूरे देश के वन डिस्ट्रिक्ट वन उत्पाद प्रदर्शित होंगे। यह महिला उद्यमियों और युवाओं के लिए अवसर का मंच बनेगा।

स्वदेशी का आह्वान

गोयल ने प्रधानमंत्री मोदी की स्वदेशी की परिभाषा को दोहराते हुए कहा कि मोदी जी ने आह्वान किया है कि अब जो भी सामान हम खरीदते हैं उसमें यथासंभव स्वदेशी वस्तु खरीदने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वदेशी का अर्थ है जो सामान भारत के लोगों के खून पसीने से बना हो, जो भारत मिट्टी में बना हो वो स्वदेशी भारत है। कंपनी विदेश की हो सकती है, निवेश विदेश से आ सकता है, टेक्नोलॉजी बाहर से आ सकती है, लेकिन उत्पादन भारत में होना चाहिए और रोजगार भारत के लोगों को मिलना चाहिए। मोदी जी के इस आह्वान को हम सबको अपनाना चाहिए।

तेजी से बढ़ता औद्योगिक ढांचा

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले 400-500 यूनिट्स ही लगती थीं, वहीं आज उत्तर प्रदेश में इस वर्ष 3000 से अधिक नई यूनिट्स लगने जा रही हैं। यह तभी संभव हुआ जब योगी जी जैसे इमानतार, कर्तव्यवान मुख्यमंत्री बने। उन्होंने उद्योग को प्रोत्साहन देने, कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज यूपी में स्टार्टअप्स, एक्सपोर्ट-ओरिएंटेड यूनिट्स और महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन मिल रहा है। इससे जो उत्साह, हिम्मत और हौसला आया है, उसी का नतीजा है कि आज ग्लोबल ब्रांड उत्तर प्रदेश में मौजूद हैं, निवेश आ रहा है। इसी की वजह से प्रदेश में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, एक्सप्रेसवे, हवाई अड्डे, जेवर एयरपोर्ट, मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क और इनलैंड वाटरवेज जैसी चीजें
हकीकत बन रही हैं।

यूपीआईटीएस को बताया वैश्विक मंच

पीयूष गोयल ने कहा कि यूपीआईटीएस ने हर किसी को एक बड़ा प्लेटफॉर्म दिया है। उत्तर प्रदेश की वस्तुओं को वैश्विक पहचान दी है। चाहे फिरोजाबाद के कांच के उत्पाद हों, मुरादाबाद का ब्रास का काम हो,बनारसी साड़ी हो, लखनऊ की चिकनकारी और आगरा के चमड़े जैसे उत्पादों को दुनिया तक पहुंचाने का मंच दिया है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ प्रदर्शनी नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की नई औद्योगिक नीति का जीता-जागता उदाहरण है। उन्होंने जीएसटी दरों में कमी से लोकल कंजंप्शन भी बढ़ेगा और इसका लाभ प्रदर्शनी के सभी प्रतिभागियों को मिलेगा।

उद्यमियों को दिलाया संकल्प

समापन समारोह में गोयल ने कहा कि 11 वर्ष पहले 25 सितंबर को मोदी जी ने मेक इन इंडिया अभियान शुरू किया था और आपने इसी दिन यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो आयोजित करके इसकी सफलता को भी सुनिश्चित किया है। यह आयोजन कई संयोगों से विशेष बन गया। एक तरफ नवरात्रि, जीएसटी बचत उत्सव, स्वदेशी का आह्वान, अंत्योदय दिवस और मेक इन इंडिया के 11 वर्ष। आइए हम सब संकल्प लें कि स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग करेंगे, ओडीओपी को प्रोत्साहित करेंगे, जीएसटी बचत का लाभ उपभोक्ता तक पहुंचाएंगे और 2047 तक विकसित भारत बनाने में योगदान देंगे।

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