Friday, June 27, 2025
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केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान बोले-जनता को खाद्यान्न की कोई कमी नहीं आएगी; गेहूं-चावल का बफर स्टॉक

Delhi News : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत और पाकिस्तान के तनाव के बीचआईसीएआर और ग्रामीण विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में शिवराज सिंह ने कहा कि भारत माता के चरणों में सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए पूरा देश तत्पर है। एक तरफ सीमा पर हमारे जवान तैनात है, पाकिस्तान के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है, दूसरी तरफ खेतों में किसान तैयार है, उनके साथ वैज्ञानिक और कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्रालय भी अपनी ड्यूटी समझते हुए पूरी तरह से तैयार है। कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगा।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि विभाग के नाते हमारी भी जिम्मेदारी है। हमारी जवाबदारी है खाद्यान्न सुरक्षा सुनिश्चित करना। गेहूं, चावल व अन्य अनाज हमारे पास पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। बंपर उत्पादन हुआ है, किसानों से खरीद भी जारी है। कल ही हमने खरीफ कांफ्रेंस में भी विस्तार से चर्चा करके खेती के संबंध में रूपरेखा निर्धारित की है।

शिवराज सिंह ने  कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने नारा दिया था जय जवान-जय किसान, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जोड़ा-जय विज्ञान और प्रधानमंत्री मोदीने इसमें जोड़ा-जय अनुसंधान। जवान तैयार है, किसान तैयार है व वैज्ञानिक भी तैयार है, उनका अनुसंधान भी काम आएगा। यह संतोष की बात है कि हमारे पास अन्न के भंडार इस समय भरे हुए हैं।

चौहान ने बताया कि वर्ष 2023-24 में कुल खाद्यान्न उत्पादन 3322.98 लाख मीट्रिक टन था, जो 2024-25 में बढ़कर 3474.42 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है। चावल की भी कोई कमी नहीं है, पिछले साल के 1378.25 लाख मीट्रिक टन के मुकाबले इस साल 1464.02 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है। गेहूं पिछले साल था 1132.92 लाख मीट्रिक टन, जो इस बार 1154.30 लाख मीट्रिक टन उत्पादन अनुमानित है, जिसमें और बढ़ोत्तरी की उम्मीद है।

शिवराज सिंह ने कृषि वैज्ञानिकों को भी बधाई दी, जिनके द्वारा विकसित किस्मों व शोध के कारण बढ़ते हुए तापमान में भी उत्पादन में वृद्धि हो रही है। गेहूं-चावल दोनों का उत्पादन एक साल में चार से पांच प्रतिशत बढ़ा है।

दालों का उत्पादन भी भरपूर

शिवराज सिंह ने बताया कि दालों का उत्पादन भी भरपूर हुआ है, जो 242.46 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 250.97 लाख मीट्रिक टन हो गया, वहीं कुल तिलहन 396.69 लाख मीट्रिक टन से 428.98 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हो गया है। उन्होंने बताया कि फल-सब्जियों की भी चिंता नहीं है, बागवानी फसलों का उत्पादन भी पिछले साल के 3547 लाख मीट्रिक टन की तुलना में 3621 लाख मीट्रिक टन हो गया है। आलू पिछले वर्ष 570.53 लाख मीट्रिक टन था, जो इस बार 595.70 लाख मीट्रिक टन है। प्याज 242.67 लाख मीट्रिक टन था, जो इस साल 288.77 लाख मीट्रिक टन है। इसी तरह, टमाटर 213. 23 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 215.49 लाख मीट्रिक टन है।

किसी चीज की कोई कमी नहीं है

शिवराज सिंह ने किसानों से उपज खरीद की भी जानकारी दी और बताया कि 8 मई तक की स्थिति में, वर्ष 2024-25 में 539.88 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है। इसी तरह, 8 मई तक 267.02 लाख मीट्रिक टन गेहूं किसानों से खरीदा जा चुका है और यह सिलसिला जारी है। चावल-गेहूं के भंडार भरे हैं, दालों का बफर स्टाक हमारे पास है, किसी चीज की कोई कमी नहीं है। अगली फसल के लिए भी किसान तैयार है, कल ही खरीफ कांफ्रेंस हुई और हमने तय किया है कि खरीफ सीजन में उत्पादन कैसे बढ़ें, इसके लिए वैज्ञानिक व कृषि कर्मचारी मैदान में निकलेंगे।

14 मई को केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारी करेंगे रक्तदान

चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी  के नेतृत्व में हमारा देश हर दिशा में आगे बढ़ रहा है और देश पूरी तरह से तैयार है, जिनके साथ कृषि व ग्रामीण विकास विभाग भी तैयार है। हमारे अधिकारी-कर्मचारी रक्तदान भी करना चाहते हैं। 14 मई को केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारी रक्तदान करेंगे, इस समय हम सभी केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से भी देश सेवा के लिए तत्पर है।

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