रोहतक : उपायुक्त सचिन गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला में लिंगानुपात में सुधार दर्ज करने के लिए प्रसव पूर्व लिंग जांच व कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त व्यक्तियों पर रेड करें।
सचिन गुप्ता स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी से संबंधित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकारी अल्ट्रासाउंड केंद्रों की निरंतर निगरानी करें तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि जिला में अवैध रूप से एमटीपी किट की बिक्री न हो। जिला में 10 सरकारी एवं 29 निजी पंजीकृत सेंटर है, जिनके माध्यम से इस किट की बिक्री की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा जारी हिदायतों को सख्ती से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि कम लिंगानुपात से संबंधित गांवों में ग्राम सचिव, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की संयुक्त टीम गठित कर निगरानी बढाई जाए। जिला में गत नवंबर माह से अब तक 16 रेड की गई है, जिनमें 9 पीएनडीटी तथा 7 एमटीपी की रेड शामिल है।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाए कि बिना आईडी प्रूफ के कोई भी अल्ट्रासाउंड न हो। गांवों में जागरूकता गतिविधियां आयोजित कर लोगों को लडक़ा-लडक़ी में भेदभाव न करने बारे जागरूक किया जाए। जिला के सभी सरकारी, निजी विद्यालयों में विद्यार्थियों को भी इस बारे में जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा गर्भपात करवाने वाली महिलाओं की रिवर्स ट्रैकिंग की जाए। उन्होंने कहा कि विशेषकर काहनौर क्षेत्र में विशेष निगरानी की जाए।
अधिकारी टीकाकरण का डेटा ऑनलाइन करें अपलोड :- उपायुक्त सचिन गुप्ता
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने विशेष टीकाकरण अभियान के संदर्भ में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि 17 से 27 सितंबर तक चलने वाले विशेष टीकाकरण अभियान के तहत सभी लक्षित बच्चो के आयु समूहों व गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि हाई रिस्क क्षेत्रों में टीकाकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि निजी अस्पतालों द्वारा भी टीकाकरण के डेटा को पोर्टल पर अपलोड किया जाए।
सचिन गुप्ता ने शिक्षा विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकारी व निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के टीकाकरण के अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों एवं प्ले स्कूलों में आने वाले बच्चों के टीकाकरण के प्रमाण पत्र भी लिए जाए। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के विद्यार्थियों को स्वच्छता के बारे में विशेष अभियान चलाकर जागरूक किया जाए।
कोई भी अस्पताल डेंगू टेस्ट की निर्धारित फीस 600 रुपए से ज्यादा न वसूले
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा कि नागरिकों को वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया जाए। सरकारी व निजी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में भी जागरूकता अभियान चलाया जाए तथा बच्चों को स्वच्छता के बारे में जागरूक किया जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित करें कि जिला में स्थित किसी भी विद्यालय के प्रांगण में जलभराव न हो तथा स्कूलों में फोगिंग भी करवाई जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग तथा आईएमए के पदाधिकारियों से कहा कि यह सुनिश्चित करवाया जाए कि कोई भी अस्पताल डेंगू के टेस्ट की निर्धारित फीस 600 रुपए से ज्यादा गरीबों से न वसूले।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विभाग की सडक़ों के गड्ढा को भरवाने तथा सड़कों के किनारे से जल निकासी के पुख्ता प्रबंध करें। सडक़ों के साथ बनाई गई नालियों की सफाई भी करवाई जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे वेक्टरजनित बीमारियों के पनपने वाले क्षेत्रों की पहचान करें ताकि इन बीमारियों को पनपने से रोका जा सके।
सचिन गुप्ता ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे जिला के गांव लाहली में विभाग द्वारा की जा रही पेयजल आपूर्ति के सैंपल लेकर टेस्ट के लिए प्रयोगशाला भिजवाए। विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि नागरिकों को शुद्ध व स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जाए। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा वर्कशॉप में रखें कंडम टायरों की निलामी करवाई जाए ताकि इनमें मच्छरों का लारवा न पनपें। अधिकारी अपने कार्यालयों, निवास स्थलों में साफ-सफाई के अलावा यह सुनिश्चित करें कि कूलर इत्यादि में मच्छर का लारवा न पनपें।
नागरिक अपने आसपास एकत्रित न होने दे पानी : सीएमओ डॉ. रमेश चंद्र
सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र ने नागरिकों से अपील की है कि वे डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया इत्यादि बीमारियों से बचाव के लिए अपने आसपास पानी एकत्रित न होने दें। यह बीमारियां मच्छर के काटने से फैलती है, जो रूके हुए साफ पानी में ही पनपता है। नागरिक घर में प्रत्येक रविवार ड्राई डे मनाए। पानी के बर्तनों, कूलर, टंकी, फ्रीज ट्रे, गमले इत्यादि को खाली करके सुखाएं ताकि मच्छर के अंडे व लारवा मर जाए। शरीर को ढक कर रखें, सोते समय मच्छर रोधी दवा या क्रीम व कीटनाशक दवाई से उपचारित मच्छरदानी का प्रयोग करें तथा पूरी बाजू के वस्त्र पहने। घरों के आसपास गड्ढों को मिट्टी से भरवा दें अगर ऐसा संभव नहीं है तो गड्ढे में ठहरे पानी के ऊपर काला तेल या मिट्टी का तेल डाले।
बैठक में पुलिस उपाधीक्षक गुलाब सिंह, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल, सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र, आईएमए की प्रधान डॉ. आरती सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।