Thursday, April 17, 2025
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बिहार के दो ग्रामीण बैंक हो गए हैं एक, पूरे राज्य में होगी 2105 ब्रांच

Bihar Gramin Bank: बिहार के दो ग्रामीण बैंक  उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक और दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक विलय हो गए हैं. इन दोनों बैंकों के विलय की अधिसूचना जारी कर दी गई है. अब दोनों बैंकों के विलय होने के बाद इस बैंक का नया नाम बिहार ग्रामीण बैंक होगा. इस बैंक की पूरे राज्य में 2105 ब्रांच होगी.

Bihar Gramin Bank: बिहार का सबसे बड़ा बैंक 

बिहार ग्रामीण बैंक बिहार का सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा. इस बैंक का प्रायोजक पंजाब नेशनल बैंक होगा. बैंक का प्रधान कार्यालय राजधानी पटना में होगा. वित्त मंत्रालय की ओर से बिहार सहित 10 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में ग्रामीण बैंकों के लिए “एक राज्य-एक ग्रामीण बैंक” से संबंधित अधिसूचना कर दिया है. सभी बैंकों का विलय 1 मई 2025 से प्रभावी होगा.

आपको बता दें कि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के प्रदर्शन और दक्षता में सुधार के उद्देश्य से विलय की प्रक्रिया शुरू हुई थी. नाबार्ड, 10 राज्य सरकारों, जम्मू-कश्मीर की सरकार और प्रायोजक बैंकों के परामर्श से पूरे देश में “एक राज्य-एक ग्रामीण बैंक” के संकल्प को अंतिम रूप दिया गया है.

बिहार ग्रामीण बैंक के अधीन 2105 शाखायें

बिहार ग्रामीण बैंक के अंतर्गत 2105 शाखाएं होंगी. वर्तमान में राज्य के 18 जिलों में कार्यरत उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की 1027 शाखाएं हैं. जबकि दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का विस्तार 20 जिलों में है. जिसकी कुल 1078 शाखाएं हैं. संयुक्त रूप से शाखाओं की संख्या बिहार ग्रामीण बैंक के अधीन 2105 होगी. अभी तक उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का प्रायोजक सेंट्रल बैंक था और दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का पंजाब नेशनल बैंक था. अब दोनों बैंकों का विलय होने के बाद बिहार ग्रामीण बैंक का प्रायोजक पंजाब नेशनल बैंक होगा.

 

 

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