Pithampur Protest: पीथमपिर में हालात बहुत बिगड़ते जा रहे हैं। भोपाल गैस त्रासदी के जहरीले कचरे को पीथमपुर में नष्ट किया जाना है। इसका विरोध पीथमपुर की जनता कर रही है। शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान दो लोगों ने आत्मदाह की कोशिश की है। पुलिस लाठीचार्ज भी किया है। इस दौरान वहां भगदड़ मच गई।
आत्मदाह का प्रयास करने वाले दो प्रदर्शनकारी राजकुमार और राज पटेल की हालत गंभीर बताई जा रही है। दोनों व्यक्तियों को गंभीर हालत में चोइथराम अस्पताल में भर्ती किया गया है। पीथमपुर के हर गली मोहल्ले सड़क पर लोगों की भीड़ उतर आई है।
दरअसल विगत कई दिनों से पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड का कचरा जलाने को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। गुरुवार को शहर के महाराणा प्रताप चौराहे पर रैली और धरने का आयोजन था। तो वहीं आज शहर के लोगों ने बंद का आह्वान किया था। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौके पर महाराणा प्रताप चौराहे पर पहुंचे जहां यूनियन कार्बाइड के विरोध में जमकर नारेबाजी हुई।
मुखिया जी स्टेज से तलवार चलाते हैं, और उनकी पुलिस सड़क पर लाठी!
आज पीथमपुर में हानिकारक कचरे को जलाने का विरोध कर रहे लोगों पर मुख्यमंत्री जी ने लाठी बरसा दी। यह कैसा लोकतंत्र है जहाँ विरोध करने वालों पर आप लगातार लाठियां बरसा रहे हैं? @DrMohanYadav51 जी, यह जहरीला कचरा आने वाली… pic.twitter.com/VzQfL4YwBT
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) January 3, 2025
60 फीसदी से ज्यादा जले प्रदर्शनकारी
इस दौरान जब मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल ने लोगों को रोकने की कोशिश तो इसी बीच प्रदर्शन स्थल पर बोतल में पेट्रोल लेकर पहुंचे राजकुमार और राज पटेल ने खुद के ऊपर पेट्रोल डाल लिया। इस दौरान अचानक आग भड़क गई और वहां भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि दोनों प्रदर्शनकारी करीब 60 फीसदी से ज्यादा जल चुके थे। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है।
पीथमपुर में क्यों हुआ हिंसक विरोध?
दरअसल, 3 दिसंबर 1984 को हुए भोपाल गैस कांड में मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का रिसाव होने से हजारों लोग काल के गाल में समा गए थे। इस गैस कांड के बाद से भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री में ये जहरीला कचरा सालों से बंद पड़ा था, जिसे पीथमपुर प्लांट में जलाया जा रहा है। इसी के विरोध में पीथमपुर में बंद का आह्वान किया गया था, जिसमें हिंसा भड़क गई।