रोहतक में शेयर मार्किट के चक्कर में महिला के साथ 25 लाख 18 हजार रुपये की ठगी हो गयी। जिसके बाद महिला ने इसकी सूचना साइबर थाने में दर्ज करवाई। पुलिस ने केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में शास्त्री नगर निवासी सुनीता ने बताया की वह व्हाट्सप्प पर एक जीएफएसएल नामक ग्रुप से जुडी थी। जिसमें उसने आईपीओ के लिए अप्लाई किया तो ग्रुप वालों ने इसके लिए 1 लाख 5 हजार रुपये जमा करवाने के लिए कहा गया। इसके बाद 13 मई को सुनीता ने अपने इंडस बैंक खाते से पूरे रुपये जमा करवा दिए।
इसके बाद सुनीता ने कहा कि मेरे द्वारा जब ट्रेडिंग की जाती थी तो वह मेरी GFSL एप की आई.डी. पर दिखाई देती थी। मैंने अपना स्टॉक बेचना चाहा तो वह मेरे दुसरे IPO में चला गया। जब मैंने उनसे बातचीत की तो उन्होंने मुझे तीन लाख रूपये में दूसरा आईपीओ खरीदने के लिए कहा।फिर 15 मई को मैंने अपने बैंक खाता 50-50 हजार रुपये कर कुल तीन लाख रुपये जमा करवा दिए। इसके बाद फिर अपना स्टाक बेचना चाहा तो जीएफसीएल ऐप पर मेरा द्वारा की गई ट्रेंडिंग से करीब 9.66 लाख रुपये दिखाई दिए। जब पैसे निकालने चाहे तो नहीं निकले।
इसी दौरान एक और आईपीओ अप्लाई हो गया। जब मैंने इसके बारे में बातचीत की तो उन्होंने मुझे बताया कि यह सब सिस्टम से आटोमेटिक चलता है। इस आईपीओ को बंद करने के लिए और अपने रुपये निकालने के लिए नया आईपीओ अप्लाई करने के लिए कहा गया। कहा कि इसके लिए 13.13 लाख रुपये जमा करने होंगे। फिर 21 मई को मैंने अपने बैंक खाता से 13.13 लाख रुपये जमा करवा दिए, जिसके बाद मेरी ऐप से ट्रेडिंग के करीब 26 लाख 99 हजार रुपये दिखाई देने लगे, उसके बाद जब मैंने अपने रुपये निकालने की कोशिश की तो मेरे रुपये नहीं निकले। जब कारण पूछा तो बताया गया कि चुनाव के कारण आईपीओ बंद है। जैसे ही चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होती है तो आईपीओ खुल जाएंगे। उसके बाद जब चुनाव समाप्त हुए तो मैंने ऐप से रुपये निकालने चाहे तो नहीं निकले पाए, जब मैंने उनसे बातचीत की तो उन्होंने मुझे सारी अमाउंट पर टैक्स जमा करने के बाद रुपये निकलने के बारे कहा और टैक्स के रूप में आठ लाख रुपये करवाने को कहा। फिर छह जून को पैसे जमा करवा दिए। इसके बाद भी पैसे नहीं निकले।
जिसके बाद उन्हने मुझे फिर से 8 लाख रूपये जमा करने के लिए कहा तो मुझे धोखाधड़ी का अहसास हुआ। मुझे पता चला कि इन व्यक्तियों ने ट्रेडिंग करके रूपये कमाने का झांसा देकर फर्जी फर्मो के बैंक खाता व फर्जी मोबाईल नम्बरों का प्रयोग करके मेरे साथ धोखाधड़ी करके कुल मिलाकर 25 लाख 18 हजार रुपयों की ठगी की है।
जिसके बाद पीड़ित सुनीता ने आरोपितों के खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही करने को लेकर साइबर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया। इसके साथ सुनीता ने पुलिस से आरोपितों द्वारा ठगे उसके पैसे लौटाने की अपील की।