रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) का परिसर आज देशभक्ति के रंगों में रंगा नजर आया, जहां भव्य तिरंगा यात्रा ने जनसैलाब उमड़ा दिया। यह आयोजन न केवल आजादी के अमृत महोत्सव का हिस्सा था, बल्कि युवाओं में राष्ट्रप्रेम, नशा मुक्ति और पर्यावरण संरक्षण की भावना जगाने का एक मजबूत माध्यम बना। हजारों विद्यार्थी, शिक्षक, शहरवासी और गणमान्य व्यक्ति हाथों में तिरंगा थामे सडक़ों पर उतरे और पूरा वातावरण भारत माता की जय तथा वंदे मातरम के नारों से गूंज उठा।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम से तिरंगा लहराकर यात्रा का शुभारंभ किया। इस मौके पर एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह, भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डॉ. शरणजीत कौर, कुलसचिव डॉ. कृष्णकांत, प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. आदित्य बतरा, उद्योगपति राजेश जैन सहित अन्य विशिष्ट अतिथि मौजूद थे।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि तिरंगा सिर्फ एक झंडा नहीं, बल्कि देश की आन, बान और शान का प्रतीक है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लाखों क्रांतिकारियों ने इसके सम्मान के लिए अपना जीवन बलिदान किया। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे राष्ट्रहित में सक्रिय भूमिका निभाएं, तिरंगे की गरिमा की रक्षा करें और सामाजिक सरोकारों से जुड़ें। केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि युवा पीढ़ी को राष्ट्र प्रेम की अलख जगानी चाहिए ताकि भारत एक मजबूत और विकसित राष्ट्र बन सके।
एमडीयू के नशा मुक्त घर अभियान की सराहना करते हुए केंद्रीय मंत्री ने इसे देशव्यापी नशा मुक्ति आंदोलन की महत्वपूर्ण कड़ी बताया। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई और कहा कि नशा समाज की जड़ों को खोखला कर रहा है। इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री ने स्टेडियम परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया, जो जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एक सार्थक कदम साबित हुआ। इस अभियान से जुडक़र युवा न केवल खुद को स्वस्थ रखेंगे, बल्कि समाज को भी नशा मुक्त बनाने में योगदान देंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने नशा मुक्त अभियान को एक महा-अभियान में बदलने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि आज नशे से आजादी की सख्त जरूरत है। एमडीयू और इसके संबद्ध 250 से अधिक महाविद्यालयों के 2.50 लाख से ज्यादा विद्यार्थी, शिक्षक तथा स्टाफ सदस्य इस मुहिम में एकजुट होकर हरियाणा को नशा मुक्त बनाने की दिशा में काम करेंगे। कुलपति ने जीवन भर इस लक्ष्य के लिए समर्पित रहने का संकल्प लिया, जो युवाओं के लिए एक बड़ा प्रेरणास्रोत बना।
डॉ. शरणजीत कौर ने युवाओं से देश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने, सामाजिक समरसता बढ़ाने और सेवा भाव अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव लाते हैं। तिरंगा यात्रा विश्वविद्यालय परिसर से गुजरते हुए गेट नंबर एक के शहीद स्मारक पहुंची, जहां मंत्री मनोहर लाल ने अमर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद यात्रा जाट कॉलेज खेल मैदान पर पहुंची, जहां देशभक्ति गीतों, नारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन हुआ। युवाओं का उत्साह देखते ही बनता था, जो तिरंगे को न केवल अतीत का गौरव मानते हैं, बल्कि भविष्य की जिम्मेदारी भी समझते हैं।
इस आयोजन में केंद्रीय मंत्री के सलाहकार सुदेश कटारिया, एमडीयू विद्यार्थी, एनएसएस और वाईआरसी वॉलंटियर्स, एनसीसी कैडेट्स, खिलाड़ी, कैंपस स्कूल के छात्र, सामाजिक संगठनों के सदस्य, भाजपा जिलाध्यक्ष रणबीर ढाका, जाट संस्था के प्रधान गुलाब सिंह दिमाना समेत हजारों लोग शामिल हुए। यह तिरंगा यात्रा आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी को मजबूत करेगी। ऐसे कार्यक्रम देश को एकजुट रखने और सामाजिक बुराइयों से लडऩे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।