Anaemia in women: आज के दौर में बदलते लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है. महिलाओं और पुरुष दोनों ही इन बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. लेकिन बात करें महिलाओं के स्वास्थ्य की तो वो चिंता बढ़ाने वाली हैं. भारतीय महिलाओं के भोजन में आयरन युक्त आहार की कमी होती है.
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार हर 5 में से 3 भारतीय महिलायें एनीमिया का शिकार हो रही हैं. जब शरीर में प्रयाप्त मात्रा में स्वस्थ लाल रक्त कोशिकायें या हेमोग्लोबिन की कमी हो जाती है तो ये स्थिति एनीमिया कहलाती है. इस बीमारी का असर मानसिक और शारीरिक दोनों पर पड़ता है.
एनीमिया में थकान होना, चक्कर आना और कमजोरी महसूस होना आम लक्षण है. अगर वक्त रहते इस पर ध्यान नहीं दिया जाये तो ये बीमारी बहुत खतरनाक हो सकती है.
कम उम्र की लड़कियों में भी एनीमिया (Anaemia in women)
स्वास्थ्य विशेषज्ञ का कहना है कि आजकल गर्भवती महिलायें और कम उम्र की लड़कियां अधिकांश तौर पर एनीमिया से ग्रसित हैं. दरअसल, महिलायें शुरुआती दौर में थकान, चक्कर और कमजोरी महसूस होना जैसे लक्षणों को नजरअंदाज कर देती हैं जिससे ये समस्या आगे जाकर और ज्यादा बढ़ जाती है. विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं में ये बीमारी ज्यादा देखी गई है.
एनीमिया के कारण
रोजाना भोजन में शामिल होने वाले आहार भी एनीमिया के कारण हो सकते हैं. जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड का ज्यादा सेवन, दिनभर में अधिक बार चाय और कॉफी पीने से आयरन का अवशोषण कम हो जाता है जिसके कारण आप एनीमिया का शिकार हो सकती हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य विशेषज्ञ का कहना है कि पीरियड्स के दौरान अधिक ब्लीडिंग होने की वजह से भी हीमोग्लोबीन की कमी हो जाती है. गर्भावस्था के दौरान सही पोषण नहीं लेने से भी एनीमिया हो जाता है और इसका सीधा असर बच्चे के स्वास्थ्य पर पड़ता है.
एनीमिया के लक्षण
लगातार थकान और कमजोरी रहना, अक्सर सिरदर्द और चक्कर आना, त्वचा का पीला पड़ना, सांस फूलना और दिल की धड़कनों का अक्सर बढ़ते रहना संकेत दे रहा है कि आपके शरीर में खून की कमी है.
एनीमिया से बचाव के लिए
- हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, सरसों), चुकंदर, अनार, सेब, गुड़ और सूखे मेवे अपनी डाइट में शामिल करें.
- दालें, चना, सोयाबीन और अंकुरित अनाज प्रोटीन का अच्छा स्रोत है. इसे भोजन में लें.
- आहार में विटामिन-सी (नींबू, संतरा, आंवला) वाली चीजें भी जरूर होनी चाहिए. ये शरीर को आयरन को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करता है.
- जिन लोगों को एनीमिया की दिक्कत है उन्हें डॉक्टर की सलाह पर आयरन और फोलिक एसिड की दवा लेनी चाहिए.
- गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह पर आयरन की गोलियां लेनी चाहिए.
- समय-समय पर खून की जांच करवाकर हीमोग्लोबिन का स्तर चेक कराएं.