Bihar: बिहार के औद्योगिक विकास को नई दिशा देने के लिए 1243 एकड़ में विशाल औद्योगिक क्षेत्र बनाने की योजना को मंजूरी दी गई है। यह क्षेत्र वैशाली जिले के जंदाहा, राजापाकर और महुआ प्रखंडों में फैला होगा और भारत माला परियोजना के तहत निर्माणाधीन आमस-दरभंगा छह लेन एक्सप्रेस-वे से सीधा जुड़ा होगा।
सीएम नीतीश कुमार ने दी स्वीकृती
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान इस योजना की स्वीकृत की थी। अब यहां भूमि अधिग्रहण का काम शुरू करना है। बुधवार को वहां जिला अपर समाहर्ता और अन्य पदाधिकारी के साथ वहां मीडिया को ब्रीफ किया और ग्रामीणों को योजना के बारे में बताया। हालांकि ग्रामीणों ने भूमि अधिग्रहण पर आपत्ति जताई है। ग्रामीणों ने बताया कि ये हरा भरा खेत है। जबकि सरकार ने बंजर जमीन के अधिग्रहण की बात की थी।
रोजगार के अवसर होंगे पैदा
वहीं, इस परियोजना को बिहार में निवेश आकर्षित करने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान इस योजना की घोषणा की थी, जिसके बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिसको लेकर जिला अपर समाहर्ता ने अन्य अधिकारियों के साथ क्षेत्र का दौरा किया और इस संबंध में जानकारी दी।
किसानों को मिलेगा उचित मुआवजा: अधिकारी
बुधवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीणों से मुलाकात की और उन्हें इस परियोजना के फायदे समझाने की कोशिश की। जिला अपर समाहर्ता और अन्य अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा सरकार की ओर से दिया जाएगा।
अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना बिहार के औद्योगिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम ग्रामीणों की आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं। किसानों को उचित मुआवजा और पुनर्वास योजना दी जाएगी।