Tuesday, November 26, 2024
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PGIMS रोहतक में फिर उठा रैगिंग का जिन्न, प्रबंधन ने शुरू की जांच

रैगिंग जैसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए PGI के डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने एंटी रैगिंग के नाम से फरवरी में एक ऐप जारी किया था। जिसे संसथान के सभी छात्रों को डाउनलोड करने के लिए कहा गया था।

रोहतक। PGIMS रोहतक में एक बार फिर रैगिंग का जिन्न बाहर निकल आया है। इस बार एमबीबीएस प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने अपने सीनियर के ऊपर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पीजीआईमें जूनियर छात्रों पर सीनियर की दबंगई बरकरार है। इसके चलते उन्हें बार-बार रैगिंग का शिकार बनना पड़ रहा है। उन्हें सीनियर्स के सामने 90 डिग्री झुककर विश करने, क्लीन शेव रहने के लिए कहा जाता है।

यही नहीं, उनका शारीरिक, मानसिक उत्पीड़न करने वालों ने शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी है। फिलहाल संस्थान प्रबंधन इस मामले में जांच कर रहा है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। दरअसल, पीजीआईएमएस के एक अधिकारी को किसी ने ईमेल के जरिए एक शिकायत दी है। बगैर नाम की इस शिकायत में संस्थान के एक विभाग विशेष में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों से रैगिंग की बात कही गई है। बॉयज हॉस्टल में वर्ष 2022 बैच के सात विद्यार्थियों पर प्रथम वर्ष के पीड़ित छात्र ने रैगिंग करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है।

पीजीआईएमएस निदेशक डॉ. एसएस लोहचब ने कहा कि संस्थान के एक विद्यार्थी से रैगिंग होने संबंधी शिकायत ईमेल से मिली है। अभिभावकों ने यह शिकायत दी है। संस्थान प्रबंधन ने यह शिकायत एंटी रैगिंग कमेटी को भेज दी है। कमेटी इस मामले की पड़ताल कर अपनी रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपेगी। इस मामले में यौन उत्पीड़न विरोधी कमेटी से भी राय लेने की तैयारी की गई है। कमेटी सदस्य पीड़ित से बात कर आरोपियों के बयान दर्ज करेंगे। इसके बाद अधिकारी मामले में कार्रवाई करेंगे।

आपको बता दें रैगिंग जैसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए PGI के डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने एंटी रैगिंग के नाम से फरवरी में एक ऐप जारी किया था। जिसे संसथान के सभी छात्रों को डाउनलोड करने के लिए कहा गया था। इसमें किसी भी पीड़ित छात्र या छात्रा रैंगिंग की शिकायत दर्ज करते ही सीधे कमेटी के पास जाएगी और उसे तुरंत रैंगिंग से निजात मिलेगी। इतनी सख्ती के बावजूद रैगिंग जैसा अपराध फिर खड़ा हो गया है।

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