Surajkund Mela 2025 : हरियाणा के विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि 38वाँ अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेला आगामी 7 से 23 फरवरी तक फरीदाबाद में और अधिक आकर्षक रूप से मनाया जाएगा। इस वर्ष यह मेला महाकुंभ की तर्ज पर शिल्प महाकुंभ के रूप में मनाया जाएगा, जिसमें विश्व भर के शिल्पकार अपनी रचनात्मक कार्य शैली का प्रदर्शन मेले में करेंगे।
विरासत एवं पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय मेले की तैयारियों को लेकर फरीदाबाद, सूरजकुंड स्थित राजहंस होटल के सभागार में हरियाणा पर्यटन निगम व जिला के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर मेले की तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले राज्य मंत्री श्री राजेश नागर भी मौजूद रहें। उन्होंने सूरजकुंड मेला परिसर का दौरा कर की गई व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।
डा. अरविंद शर्मा ने बताया कि सूरजकुंड मेले को डिजिटल रूप दिया गया है। पहली बार स्टॉल की बुकिंग ऑनलाइन की गई हैं। पूरी पारदर्शिता बनाए रखते हुए सूरजकुंड का यह शिल्प मेला डिजिटल प्लेटफार्म के साथ पर्यटन के क्षेत्र में आमजन के स्वागत के लिए तैयार हो रहा है। मेले से जुड़े हर पहलू की जानकारी सूरजकुंड मेला डॉट कॉम डॉट इन पर उपलब्ध रहेगी। यह हरियाणा प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेले के आयोजन की जिम्मेवारी प्रभावी रूप से निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार 38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में उड़ीसा व मध्यप्रदेश थीम स्टेट हैं और बिम्सटेक-बांग्लादेश, भूटान, इंडिया, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका व थाईलैंड राष्ट्र भागीदार हैं और नॉर्थ ईस्ट हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन मेले का कल्चरल पार्टनर है, साथ ही दिल्ली मेट्रो टिकटिंग पार्टनर रहेगा।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को मेला उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया
हरियाणा के पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि विश्व स्तरीय शिल्पकार मेले के शुभारम्भ के लिए भारत सरकार में पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत को आमंत्रित किया गया है, वहीं मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी उद्घाटन समारोह में विशिष्ट तौर पर रहेंगे। समापन समारोह के लिए केंद्रीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर को मुख्यातिथि के लिए आमंत्रण भेजा गया है। उन्होंने बताया कि 7 से 23 फरवरी तक चलने वाले मेले में देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्रियों सहित विदेशी मंत्रालय से भी विशिष्ट जनों का आगमन रहेगा और रोजाना लाखों पर्यटक शिल्पकारों की प्रतिभा को देखने के लिए सूरजकुंड पहुंचेंगे।