रोहतक। MDU रोहतक में नए शैक्षणिक सत्र में 2024-25 के अंदर 4 वर्षीय कोर्स व अन्य बढ़ी हुई फीस को घटाए जाने के बारे में SFI ने विश्वविद्यालय कुलपति के ओएसडी डॉ. राजीव शर्मा को ज्ञापन दिया। स्टूडेंट्स फैडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से अमित पूनिया ने कहा कि अबकी बार नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार विश्वविद्यालयों में नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 के एडमिशन शुरू होंगे। लेकिन इस सत्र की शुरुआत में ही आर्थिक रूप से समस्याएं विद्यार्थियों और उनके गरीब अभिभावकों के समक्ष खड़ी हो गई है।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत होने वाले एडमिशन विद्यार्थियों के लिए बहुत महंगे होने जा रहे हैं। जिसके अंदर विश्वविद्यालय प्रशासन ने 4 वर्षीय यूजी कोर्सेज को जोड़ा है। जिसकी फीस विश्वविद्यालय में होने वाले पहले से इंटीग्रेटेड कोर्सों से लगभग तीन से चार गुना है। पहले MA इंग्लिश 5 वर्षीय कोर्स 42000 में पुरा हो जाता था, लेकिन अब इस नए 4 वर्षीय बीए इंग्लिश लगभग एक लाख 25000 में पूरा होगा। अन्य कोर्स में भी यही हाल है। जिसके अंदर फीसें बढ़ाई जा रही हैं, जिसका पुरजोर विरोध करेंगे।
छात्र नेत्री पूजा ने कहा कि आज इस महंगाई के दौर में शिक्षा का और महंगा होना दोहरी मार का काम करेगा। वर्तमान में सरकारें लगातार विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को मिलने वाले बजट को घटाकर लगातार फीसों को बढ़ा रही हैं। जिससे गरीब किसान-मजदूर मेहनतकश के परिवारों से आने वाले विद्यार्थियों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। SFI ने मांग की कि अत्यधिक फीस वृद्धि को वापस लिया जाए, अन्यथा हम सभी छात्र संगठनों और छात्रों को लामबंद करके इसे एक सार्वजनिक मुद्दा बनाएंगे और नई शिक्षा नीति 2020 और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।