Rohtak News: जीडी गोयनका इंटरनेशनल स्कूल में नवरात्रि के पावन अवसर पर देवी कात्यायनी की पूजा-आराधना का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्रों और शिक्षकों ने दुर्गा मां की महिमा का गुणगान किया और आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त किया।
विद्यालय के निदेशक विक्रांत मायना और सान्या मायना ने बताया कि देवी कात्यायनी बहादुरी, शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक हैं। उनकी पूजा-आराधना से छात्रों में आत्मविश्वास और साहस का संचार होता है।
प्रधानाचार्या सविता नेहरा ने देवी कात्यायनी के स्वरूप का वर्णन करते हुए बताया कि वह सिंह पर सवार होकर भक्तों को साहस और शक्ति का आशीर्वाद देती हैं। उनकी कृपा से छात्रों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।
सह निदेशक हिमांशु गुप्ता ने पौराणिक कथाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि देवी कात्यायनी महिषासुर को नष्ट करने के लिए अवतरित हुई थीं और अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक हैं। उनकी कहानी से छात्रों को नैतिकता और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है।
इस आयोजन से छात्रों और शिक्षकों में आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार हुआ। सभी ने देवी कात्यायनी की कृपा और आशीर्वाद की कामना की।