रोहतक : जिला में विशेषकर युवाओं को ड्रग्स सेवन से बचाने और ड्रग्स बिक्री पर पूर्ण रूप से रोकथाम को लेकर मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित पुलिस के कॉन्फ्रेंस हॉल में उपायुक्त नरेंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई, जिसमें सभी उपमंडलाधीश व अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में डीसी और एसपी ने ड्रग्स कंट्रोल को लेकर ठोस एवं आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने कहा कि युवा पीढ़ी को ड्रग्स के सेवन से बचाने के लिए पुलिस के साथ-साथ जनता से सीधे रूप से जुड़े सभी विभागों को आपसी तालमेल के साथ कदम उठाने होंगे। युवाओं को ड्रग्स व नशीली दवाओं के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करना होगा।
उन्होंने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह के निर्देशानुसार नशा मुक्त हरियाणा अभियान के तहत हमें जिला को पूर्ण रूप से ड्रग्स मुक्त करना है। इसके लिए शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में एक विशेष कार्य योजना के साथ काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि खुफिया तंत्र के माध्यम से नशीले पदार्थों की बिक्री व सेवन करने वालों की जानकारी जुटाकर ही नशीले पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
युवाओं को ड्रग्स के सेवन से बचाने के लिए आयोजित की जाएगी खेल गतिविधियां
डीसी और एसपी ने बताया कि युवा वर्ग को ड्रग्स के सेवन से बचाने के लिए उनकी काउंसलिंग की जाएगी। इसके साथ-साथ युवाओं को खेल गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए गांव में डी-प्लान के तहत खेल सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को भी जागरूक किया जाएगा कि वे प्रदर्शन बढ़ाने के उद्देश्य से किसी प्रकार की दवा का सेवन न करें। यह दवाएं स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
स्वास्थ्य विभाग लाएगा विशेष कैंप
उन्होंने बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे, जिनमें युवाओं को ड्रग्स से छुटकारा पाने के लिए उपचार मुहैया करवाया जाए। इसके साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा मुख्यालय व उपमंडल स्तर पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए जाएंगे, जहां पर कोई भी युवा नशा छोड़ने के बारे में सहायता प्राप्त कर सकते है।
हर हाल में तोड़ा जाएगा ड्रग बेचने वालों का नेटवर्क
पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने कहा कि जिला में ड्रग्स बेचने वालों के मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा और हर हाल में ड्रग्स बेचने वालों का नेटवर्क तोड़ा जाएगा। इसके लिए पुलिस विभाग विशेष योजना के तहत कार्य कर रहा है। ड्रग्स बेचने वालों पर पुलिस विभाग की पैनी नजर है और ड्रग्स बिक्री की सूचना मिलते ही तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला में शहरी व ग्रामीण आंचल का पिछले पांच साल के दौरान का वह डाटा एकत्रित किया जा रहा है, जिसमें ड्रग्स बेचने वालों के नाम सामने आए है। ग्रामीण क्षेत्र में नशीले पदार्थों की बिक्री में संलिप्त व्यक्तियों पर भी लगातार नजर रखी जा रही है।
धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं का लिया जाएगा सहयोग
उन्होंने कहा कि नशा मुक्त अभियान के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जिला की धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। धर्म गुरुओं और समाज के प्रतिष्ठित लोगों से अपील की जाएगी कि वे अपने-अपने गांव व संबंधित क्षेत्र में युवाओं को नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहने के लिए जागरूक करें ताकि युवा पीढ़ी को बचाया जा सके। जिला के सभी नागरिक जिला को नशा मुक्त बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दें। सभी के सहयोग से ही नशीले पदार्थों की बिक्री व सेवन पर अंकुश लगाया जा सकता है।
इस दौरान एएसपी शशी शेखर, महम के एसडीएम दलबीर फौगाट, रोहतक के एसडीएम आशीष कुमार, सांपला के एसडीएम सुभाष चंद्र जून व डीएसपी रवि खुंडिया आदि मौजूद रहे।