रोहतक : उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने ड्रग्स नियंत्रण अधिकारी को निर्देश दिए कि वे दवाइयों की दुकान के माध्यम से प्रतिबंधित दवाइयां व नशीले पदार्थों की बिक्री पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए नियमित रूप से रेड करें। प्रतिबंधित दवाएं व नशीले पदार्थों की अवैध रूप से बिक्री करने वाले मेडिकल स्टोर इत्यादि के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाएं तथा लाइसेंस रद्द करें। जिला में लिंगानुपात को बढ़ाने के लिए प्रसव पूर्व लिंग जांच एवं कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त व्यक्तियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए।
धर्मेंद्र सिंह स्थानीय लघु सचिवालय स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंस हॉल में जिला स्थायी समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि आयुष विभाग द्वारा मेडिकल टर्मिनेशन की दवाओ के दुरुपयोग को रोकना सुनिश्चित किया जाए। जिला में मेडिकल स्टोर पर एमटीपी किट की बिक्री पर भी प्रतिबंध को सख्ती से लागू किया जाए। उन्होंने जिला ड्रग नियंत्रण अधिकारी से कहा कि वे नियमित रूप से मेडिकल स्टोर पर रेड करें तथा इसे ड्यूटी के अलावा सामाजिक सेवा के रूप में लें।
उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने बैठक में उपस्थितगण से कहा कि वे सभी मिलकर प्रसव पूर्व लिंग जांच एवं कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त समाज विरोधी तत्वों को पकड़वाने के लिए और ज्यादा प्रयास करें। उन्होंने कहा कि पुलिस भी ऐसे कार्य में पूरी मदद प्रदान करें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बेटी बचाव-बेटी पढाओ अभियान के तहत व्यापक स्तर पर बेटा-बेटी में भेदभाव न करने की जागरूकता फैलाई जा रही है।
सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र ने बैठक के एजेंडे के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि विभाग द्वारा प्रसव पूर्व लिंग जांच तथा कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त सभी संदिग्ध व्यक्तियों पर निरंतर रेड की जा रही है। विभाग द्वारा इस बारे में विशेष निगरानी रखी जा रही है।
इस अवसर पर पुलिस उपाधीक्षक दलीप सिंह, जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. सतपाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी दीपिका सैनी, ड्रग नियंत्रक विनय, कानूनी सलाहकार नितेश शर्मा, जिला न्यायवादी सुरेंद्र पाहवा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की प्रतिनिधि व स्वास्थ्य विभाग के जिला परिवार कल्याण शिक्षा अधिकारी सुरेश भारद्वाज मौजूद रहे।