Saturday, November 23, 2024
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इजराइल में नौकरी के लिए हरियाणा से इतने कैंडिडेट हुए सेलेक्ट, जानिए क्या मिलेगी सैलेरी

हरियाणा से करीब 5.6 हजार लोगों का चयन हो गया है। इन श्रमिकों को इजराइल में 1 लाख 37 हजार सेलरी के साथ रहना-खाना दोनों फ्री होगा।

रोहतक। इजराइल में भारतीय कामगारों के लिए नौकरी के अपार अवसर हैं। फिलिस्तीन के साथ लड़ाई में श्रमिकों की कमी झेल रहे इजराइल को फिर से चुस्त दुरुस्त करने के लिए इंडिया के दो राज्यों यूपी और हरियाणा से कामगारों का चयन हो रहा है। इस कड़ी में यूपी से 4100 कुशल श्रमिकों का चयन इजराइल के लिए किया गया है। इन श्रमिकों में वेल्डिंग, टाइल्स, राजगिरी, बढ़ई आदि पर परखने के बाद चुना गया है। एक सप्ताह चले भर्ती अभियान के बाद 15 सदस्यीय इज़राइली टीम ने इनका चयन किया है। वही हरियाणा से करीब 5.6 हजार लोगों का चयन हो गया है। इन श्रमिकों को इजराइल में 1 लाख 37 हजार सेलरी के साथ रहना-खाना दोनों फ्री होगा।

अब मिजोरम, तेलंगाना, राजस्थान, बिहार और हिमाचल प्रदेश ने भी इस भर्ती अभियान में शामिल होने की इच्छा जताई है। इन पांच राज्यों ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम इंटरनेशनल से मंगलवार को इजराइल के लिए भर्ती अभियान चलाने का अनुरोध किया है। बता दें कि अब तक केवल दो राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा ने एनएसडीसी से संपर्क किया था और 31 जनवरी 2024 तक 5,600 से अधिक उम्मीदवारों के चयन के साथ इस भर्ती अभियान को पूरा किया।

यूपी और हरियाणा में कितनों का चयन

टीओआई की खबर के मुताबिक, इससे पहले 16 जनवरी को भारतीय राज्यों में निर्माण श्रमिकों को काम पर रखने के उद्देश्य से भर्ती अभियान के लिए 15 सदस्यीय इजराइली टीम के आगमन की सूचना दी गई थी। हरियाणा के रोहतक में यह भर्ती अभियान 16 से 20 जनवरी तक आयोजित किया गया था, जहां 1370 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 530 का चयन किया गया। वहीं, उत्तर प्रदेश में मंगलवार को खत्म हुई प्रक्रिया में 7182 में से कुल 5087 का चयन किया गया. एनएसडीसी सूत्रों के मुताबिक, अगर 5,000 उम्मीदवार इजरायल में पांच साल तक काम करते हैं, तो भारत को 5,000 करोड़ रुपये मिलेंगे।

क्यों है इजराइल में डिमांड

इस बीच केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत को कुशल श्रमशक्ति (मैनपावर) के लिए वैश्विक केंद्र बनाने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण पर काम जारी है। यह विकसित भारत के निर्माण की दिशा में समग्र दृष्टिकोण का हिस्सा है। सिर्फ इजराइल ही नहीं, भारत भी कई अन्य देशों को कुशल संसाधन उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। बता दें कि इजराइल-हमास जंग के बाद इजराइल में बड़ी संख्या में फिलिस्तीनियों के वर्क परमिट रद्द कर दिए गए हैं और इजराइल का निर्माण उद्योग खाली पदों को भरने के लिए भारत और अन्य देशों से श्रमिकों की तलाश कर रहा है।

किन-किन कामों के लिए है भर्ती

दरअसल, इजराइल में यह भर्ती बार बेंडर (लोहा-सरिया को बेंड करने वाला), राजमिस्त्री (मेसन), टाइल्स-मार्बल मिस्त्री, स्टटरिंग कारपेंटर (बढ़ई) जैसे कामों के लिए है, जिसमें चिकित्सा बीमा, भोजन और आवास के साथ 1.37 लाख रुपये का मासिक वेतन होगा। इन उम्मीदवारों को प्रति माह 16,515 रुपये का बोनस भी प्रदान किया जाएगा।

सरकार भेज रही है तो सुरक्षा का विश्वास है

भिवानी निवासी संजय कुमार ने कहा कि इजराइल में खतरा तो है, लेकिन रोजी के लिए कुछ तो करना ही पड़ेगा। यहां किसी-किसी दिन काम नहीं मिल पाता है। ऐसे में, बच्चों और परिवार का खर्चा कैसे चलेगा। बच्चों को दुश्वारियों का सामना न करना पड़े इसके लिए उन्हें इस काबिल बनाना है कि उच्च पदों पर आसीन हो सकें। सरकार भेज रही है तो इसलिए सुरक्षा का विश्वास भी है। आवेदन किया तो परिजन थोड़ा घबराए, लेकिन वह अब तैयार हैं।

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