रोहतक : उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा जिला के सरपंचों के लिए स्थानीय जिला विकास भवन स्थित डीआरडीए सभागार में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कौशिक ने किया। तीन बैचों में 113 सरपंचों ने प्रशिक्षण ग्रहण किया।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कौशिक ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम बैच में 33 सरपंचों, द्वितीय व तृतीय बैच में 40-40 सरपंचों ने भाग लिया। प्रशिक्षण ग्रहण करने वाले सरपंचों में 30 सरपंच अनुसूचित जाति, 11 सरपंच पिछड़ा वर्ग तथा 72 सरपंच सामान्य वर्ग से है।
अनुसूचित जाति के 18 पुरुष व 12 महिला सरपंचों, पिछड़ा वर्ग के 6 पुरुष व 5 महिला सरपंचों, सामान्य वर्ग के 40 पुरुष व 32 महिला सरपंचों ने प्रशिक्षण ग्रहण किया। प्रशिक्षण के दौरान सरपंचों को हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान नीलो खेड़ी के प्रतिनिधियों डॉ. सतीश कुंडू, राजबीर सिंह, भगवान पहल की उपस्थिति में प्रशिक्षण दिया गया।
प्रदीप कौशिक ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान सरपंचों को पंचायतीराज, ग्राम पंचायत की बैठक, ग्रामसभा, प्रधानमंत्री आवास योजना, महात्मा गांधी, मनरेगा, एचएसआरएलएम, ई-ग्राम स्वराज, पंचायतनिधि, ई-टेंडर, स्वच्छ भारत मिशन, स्वास्थ्य, अपना पानी-अपनी विरासत, टीबी मुक्त भारत, एचआईवी एड्स, ग्राम पंचायत पर नियंत्रण तथा अन्य संबंधित विषयों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। संस्थान द्वारा सरपंचों को प्रशिक्षण किट भी वितरित की गई।
जिला परिषद के डीपीएम सौरभ जैन ने कार्यक्रम का सफल समन्वय किया। प्रशिक्षण के लिए अन्य विभागों से अधिकारी व कर्मचारी बुलाए गए। सरपंचों से फीडबैक भी लिया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सरपंचों का आभार व्यक्त किया तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कौशिक ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।