रोहतक: उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने संबंधित अधिकारियों को आदेश दिए कि वे जिला के निकाय क्षेत्रों को आवारा पशु मुक्त करने के लिए विशेष अभियान चलाए। उन्होंने जिला के नागरिकों का आह्वान किया कि वे शहरी क्षेत्रों में आवारा पशु मुक्त बनाने के अभियान में सहयोग करें तथा अपने पालतू पशुओं को आवारा न छोड़ें।
धर्मेंद्र सिंह स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में नगर निगम व नगर पालिका क्षेत्र को आवारा पशु मुक्त करने के लिए गठित जिला स्तरीय निगरानी समिति की अध्यक्षता कर रहे थे। इस समिति में नगर निगम आयुक्त को सह-अध्यक्ष तथा पशुपालन विभाग के उप निदेशक को सदस्य सचिव नियुक्त किया गया है।
समिति के सदस्यों में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, पंचायतीराज विभाग के कार्यकारी अभियंता, महम, सांपला व कलानौर नगर पालिकाओं के सचिव, जिला की पंजीकृत गौशालाओं के प्रमुख संचालन तथा लावारिश पीड़ित पशु संघ के प्रभारी जगदीश मलिक शामिल है। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि नगर निगम तथा जिला की सभी नगर पालिकाओं में संबंधित अधिकारियों द्वारा विशेष अभियान चलाकर शहरी क्षेत्रों में आवारा पशुओं को चिन्हित कर टैगिंग सुनिश्चित की जाए।
उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि पशु पालन विभाग के उप निदेशक द्वारा संबंधित गौशालाओं से तालमेल किया जाएगा तथा नगर निगम व नगर पालिकाओं द्वारा वर्षा ऋतु शुरू होने से पहले आवारा पशुओं को पकडक़र संबंधित गऊशाला में छोड़ा जाए।
उन्होंने कहा कि जिला के शहरी क्षेत्र को आवारा पशु मुक्त करने के अभियान को निर्धारित अवधि में पूर्ण किया जाए तथा भविष्य में भी नगर निगम व नगर पालिका क्षेत्रों को आवारा पशु मुक्त रखने के लिए निरंतर इस दिशा में कार्य किया जाए। बैठक में आवारा पशुओं की नसबंदी बारे भी विचार विमर्श किया गया।
इस अवसर पर जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल, पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. सूर्या खटकड़, नगर पालिकाओं के सचिव सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।