रोहतक : अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राष्ट्रीय हरित ट्रिब्यूनल की हिदायतों का पालन सुनिश्चित करें। ट्रिब्यूनल द्वारा यमुना नदी में गिरने वाली ड्र्रेनों में गंदे पानी का शोधन करने के उपरांत ही इन ड्रेनों में डालने की हिदायतें जारी की गई है।
नरेंद्र कुमार स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जेएलएन नहर में शहर में तीन बिंदुओं, सोनीपत रोड, दिल्ली रोड़ एवं झज्जर रोड़ पर जाल लगवाए ताकि नागरिक पूजा सामग्री इत्यादि को नहर में न डालें। ऐसा करने से नहरों का पानी दूषित हो रहा है। उन्होंने कहा कि यमुना नहर में गिरने वाली सभी ड्रेनों में गंदे पानी के शोधन के बाद ही ड्रेन में डाला जाए तथा इस संदर्भ में एनजीटी द्वारा जारी हिदायतों की अनुपालना सुनिश्चित करने के साथ-साथ एक्शन प्लान भी जमा करवाई जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने पंचायतीराज विभाग तथा नगर निगम के अधिकारियों को भी एनजीटी की हिदायतों का सख्ती से पालन करवाने को कहा।
बैठक में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल, जिला राजस्व अधिकारी प्रमोद चहल, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के कार्यकारी अभियंता रामेंद्र मलिक, जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता संजीव कुमार, पंचायतीराज विभाग के कार्यकारी अभियंता नवीन कुमार, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।