महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक (Maharshi Dayanand University Rohtak) की छात्र कल्याण समिति की बैठक गुरुवार को कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में विश्वविद्यालय की आगामी युवा और सांस्कृतिक गतिविधियों की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा हुई और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय सदैव विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में प्रतिभा खोज कार्यक्रम (टैलेंट सर्च प्रोग्राम) आयोजित किया जाएगा, जिसमें विद्यार्थियों को अपनी कलात्मक और बौद्धिक प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।
ज़ोनल यूथ फेस्टिवल नवंबर के पहले सप्ताह में और इंटर-जोनल यूथ फेस्टिवल नवंबर के दूसरे सप्ताह में आयोजित किया जाएगा। इस वर्ष के यूथ फेस्टिवल में तीन नए कार्यक्रम जोड़े जाएंगे- कोरियोग्राफी, वाग्मिता (हिंदी भाषण) और वाद-विवाद (हिंदी डिबेट)। इन नई गतिविधियों से विद्यार्थियों की सृजनशीलता, अभिव्यक्ति और प्रस्तुति कौशल को प्रोत्साहन मिलेगा।
एमडीयू के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में समिति ने प्रतिमाह दो व्याख्यान श्रृंखला और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की मंजूरी दी। इन आयोजनों के माध्यम से विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक जीवंतता और शैक्षणिक सशक्तिकरण को नए आयाम मिलेंगे।
बैठक के दौरान डिप्टी डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. सोनू देहमीवाल ने एजेंडा प्रस्तुत किया, जबकि डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. सपना गर्ग ने छात्र कल्याण कोष का बजट प्रस्तुत किया। निदेशक, युवा कल्याण डॉ. प्रताप राठी ने प्रस्तावित सांस्कृतिक कार्यक्रमों और गतिविधियों की विस्तृत जानकारी साझा की।

