Rohtak News : बच्चे बहुत मासूम होते हैं और वें हमेशा अपनी मस्ती में रहते हैं उन्हें नहीं पता होता कि बीमारी क्या चीज होती है, ऐसे में यदि बच्चे को कैंसर या ब्लड कैंसर जैसी भयावह बीमारी हो जाए तो परिजनों के उपर किसी पहाड टूटने से कम नहीं होता। हर मां-बाप का प्रयास होता है कि बच्चे को अच्छी से अच्छी चिकित्सा सुविधा मिले और वें उसे जल्द से जल्द ठीक करवाकर घर ले जाएं। मरीजों की इसी जरूरत को देखते हुए संस्थान में बाल कैंसर रोगियों के लिए 10 बेड का एचडीयू शुरू किया गया है।
यह कहना है पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ.एच.के. अग्रवाल का। वे गुरूवार को शिशु रोग विभाग में विभागाध्यक्ष डाॅ. कुंदन मित्तल द्वारा कैंसर पीड़ित बच्चों के लिए तैयार करवाए गए हाई डिपेंडेंसी यूनिट का शुभारंभ करने पहुंचे थे।
इस अवसर पर कुलपति डाॅ.एच.के. अग्रवाल ने कहा कि हरियाणा सरकार तथा स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के दिशा-निर्देशन में विश्वविद्यालय नित नए आयाम स्थापित करवा रहा है। सरकार के मागदर्शन से शुरू होने वाले इस 10 बेड के एचडीयू से पूरे प्रदेश के बाल कैंसर रोगियों को बहुत बडी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि यहां प्रदेश ही नहीं आसपास के राज्यों के लोग भी इलाज करवाने के लिए आते हैं, ऐसे में बाल कैंसर रोगियों के लिए अलग वार्ड होने से उन्हें दूसरे मरीजों से होने वाले इंफेक्शन का भय भी कम रहेगा।
निदेशक डाॅ.एस.के. सिंघल ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के हर शिशु को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, जिसके लिए वें प्रयासरत हैं।
चिकित्सा अधीक्षक एवं बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. कुंदन मित्तल ने बताया कि शिशु रोग विभाग में यह एचडीयू शुरू होने से पूरे प्रदेश के शिशुओं को काफी सुविधा मिलेगी जिन्हें कैंसर या ब्लड कैंसर की समस्या है क्योंकि इस वार्ड में अलग-अलग व्यवस्था की गई है ताकि बच्चों को संक्रमण से बचाया जा सके और इलाज में जल्दी सुधार हो। उन्होंने बताया कि पीजीआई में हर महीने 2-3 नए कैंसर पीड़ित बच्चे आते हैं, जिनमें ब्लड कैंसर के मामले ज्यादा हैं।
डॉ. कुंदन ने बताया कि अभी तक कैंसर के रोगियों को भी अन्य मरीजों के साथ रखा जाता था जिसके चलते वार्ड में ज्यादा भीड होने पर कई बार कैंसर के मरीजों को इंफेक्शन हो जाता था, ऐसे में अब अलग वार्ड होने से उन्हें इंफेक्शन होने का खतरा कम रहेगा।
डॉ. अल्का यादव ने बताया कि इस यूनिट में बच्चों के लिए उनके साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम होगी, जो उनका इलाज करेंगे। उन्होंने बताया कि इस यूनिट में बच्चों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे कि ऑक्सीजन सपोर्ट और अन्य जरूरी उपकरण।
इस अवसर पर निदेशक डाॅ.एस.के. सिंघल, डीन डाॅ. अशोक चौहान, डाॅ.एन.डी. वासवानी, डाॅ. अल्का यादव, डाॅ. वंदना, डाॅ. अंजलि, डाॅ. आलोक खन्ना, डाॅ. नीरज सहित विभाग के सभी चिकित्सक उपस्थित रहे।

