गरिमा टाइम्स न्यूज.रोहतक : न्यू बस स्टैंड पर कोसली और जींद के रूटों पर बसों की कमी के कारण आमजन ही नहीं छात्राओं को भी काफी परेशान होना पड़ रहा है। बसों की संख्या कम होने के कारण यात्रियों को बसें नहीं मिल पा रही है।
ऐसे में ज्यादातर लोगों व छात्र छात्राओं को बसों की छतों पर लटककर सफर करना पड़ रहा है। इस रूट पर बसों की संख्या बढ़ाने को लेकर शिकायत पत्र तक दिया जा चुका है। लेकिन सुनवाई न होने से ज्यादा परेशान होना पड़ रहा है।
बस स्टैंड से गोहाना, जींद, रेवाड़ी, भिवानी, दिल्ली समेत अन्य रूटों की गाड़िया चलती है। प्रतिदिन 30 हजार से अधिक यात्री रोजाना यहां से यात्रा करते हैं। परिवहन की दृष्टि से यह स्टैंड बेहद महत्वपूर्ण बस स्टैंड है, क्योंकि पीजीआईएमएस व कई विश्वविद्यालय व शैक्षणिक संस्थान होने के चलते काफी मरीजों और विद्यार्थियों का भी आवागमन होता है। लेकिन उन्हें कुछ रूटों पर बसें समय पर न मिलने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है। रोडवेज डिपो में 184 बसें है, जो अलग-अलग रूटों पर चलती है। लेकिन कुछ रूटों पर बसों की कमी के चलते यात्रियों को यह सब समस्याएं झेलनी पड़ रही है।
यह बोले यात्री
कोसली के रूट पर पिछले 45 मिनट से खड़ा हुआ हूं, लेकिन बस नहीं आ रही है। एक प्राइवेट बस आई थी, लेकिन वह आते ही भर गई।- कमल, यात्री
जींद रूट के लिए भी बसों की भारी कमी है। लंबे रूट की बस पहले से भरी हुई आती है। जिसकी वजह से सीट नहीं मिल पाती है। काफी यात्री यहां पर परेशान है। –सागर, छात्र
प्राइवेट बसों में यात्री छतों पर सफर करने पर मजबूर है। लेकिन उनके लिए अलग से बस की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। ऐसे में छात्र भी ज्यादा परेशान है। -एकलव्य, छात्र
आज से तीन माह पहले भी कोसली जाने के लिए यहां से बस पकड़ने आया था। उस समय भी यही हाल था। आज भी बसों की कमी के कारण बसों का इंतजार करना पड़ रहा है। -आशीष, यात्री