गरिमा टाइम्स न्यूज.रोहतक। चुनाव में प्रशासन ने रोडवेज डिपों से दस बसें मांगी थी, यह बसें फोर्स को लाने व ले जाने के लिए ली गई थी। लेकिन चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी डिपों को छह बसें वापस नहीं मिल पाई है। अभी तक फोर्स शहर में होने के कारण डिपो को यह बसें नहीं मिल पाई है। जिसके कारण यात्रियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
रोडवेज डिपों से रोजाना 20 हजार से ज्यादा यात्रियों का आवागमन होता है। लेकिन उसके हिसाब से डिपो में बसें भी नहीं है। उसके बाद भी प्रशासन द्वारा डिपों को बसें वापस न करने के कारण यात्री काफी परेशान है। उन्हें रूटों पर बसें तक नहीं मिल पा रही है।
ग्रामीण एरिया समेत जींद, सोनीपत, हिसार, महम व अन्य रूटों पर बसों की कमी के चलते दैनिक यात्रियों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। यात्रियों द्वारा शिकायत करने के बाद भी कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में छात्रों से लेकर बुजुर्ग लोग भी काफी परेशान है। लंबे रूटों की ज्यादातर बसें आउटर से ही चली जाती है। जिसके कारण सभी रूटों पर यात्री परेशान है।