रोहतक: हरियाणा किसान सभा बीजेपी के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के हाल ही में किसान आंदोलन को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान की घोर निंदा की है। किसान नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि बीजेपी सांसद इसके लिए माफी मांगें वरना किसान संगठनों द्वारा सांसद का कड़ा विरोध किया जाएगा।
हरियाणा किसान सभा की राज्य कमेटी ने प्रेसवार्ता कर कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 13 महीने चला किसान आंदोलन दुनिया का सबसे बड़ा ऐतिहासिक और शांतिपूर्ण आंदोलन था। लेकिन बीजेपी सांसद किसानों की जायज मांगों को लेकर होने वाले आंदोलनों से नफरत करते हैं।
किसान सभा राज्य महासचिव सुमित दलाल ने कहा कि पहले भी सांसद किसान आंदोलन को बदनाम करने और किसानों के मान-सम्मान पर कुठाराघात करने के बयान दे चुके हैं। उनके ऐसे अनर्गल और बेबुनियादी आरोपों से किसानों और महिला आंदोलनकारी किसानों को भारी आघात पहुंचा है।
‘किसानों से मांफी मांगे बीजेपी सांसद’
सुमित दलाल ने कहा कि बीजेपी सांसद कहते हैं कि उनके बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है जबकि सच्चाई यह है कि उनके बयान का विडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने किसानों के लिए आपत्तिजनक बयान है।
किसान सभा हरियाणा बीजेपी सांसद की कड़े शब्दों में निंदा करती है और मांग करती है कि सांसद किसानों को अपमानित करने वाले बयानों पर माफी मांगें। ऐसा न करने पर किसान सभा अन्य संगठनों से मिलकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
महम में जांगड़ा ने दिया था विवादित बयान
आपको बता दें कि विरवार को रोहतक जिले के महम पहुंचे बीजेपी सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने अपने एक बयान में कहा था कि टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के नशेड़ी एक साल से बैठे हैं। आंदोलन के पर्दे के पीछे कुछ गलत लोग ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने वाले आ गए हैं। उन्होंने कहा था कि आंदोलन के दौरान टिकरी और सिंघु बॉर्डर के गांवों से 700 लड़कियां गायब हुईं। आंदोलन के नाम पर कुछ लोग चंदा उगाही कर रहे हैं। उन्होंने राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढ़ूनी पर भी टिप्पणी की थी।