चंडीगढ़ : अंतरराष्ट्रीय बॉडी बिल्डर रोहित धनखड़ मर्डर केस के मामले में न्याय की मांग को लेकर सोमवार को सर्वखाप पंचायत, हरियाणा का एक 17 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से उनके निवास पर मिला।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को इस जघन्य हत्याकांड से जुड़ा विस्तृत ज्ञापन सौंपते हुए पूरे घटनाक्रम, अब तक की पुलिस कार्रवाई, लंबित गिरफ्तारियों, प्रशासनिक शिथिलता तथा पीड़ित परिवार की दयनीय स्थिति से अवगत कराया।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि 27 नवंबर 2025 की रात्रि भिवानी जिले में एक विवाह समारोह से लौटते समय केवल महिलाओं के सम्मान में अभद्रता का विरोध करने पर रोहित धनखड़ की 18–20 हमलावरों द्वारा सुनियोजित तरीके से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस मामले में थाना सदर भिवानी में चार नामजद व 15–20 अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज है। किंतु घटना को लगभग एक महीना बीत जाने के बावजूद अधिकांश आरोपी आज भी खुलेआम घूम रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी बताया कि हरियाणा के पुलिस महानिदेशक द्वारा 16 दिसंबर 2025 तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी का समय दिए जाने के बावजूद केवल चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो पाई(
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रतिनिधिमंडल की बातें गंभीरता से सुनीं और बैठक के दौरान हरियाणा के डीजीपी से फोन पर सीधे बातचीत की। मुख्यमंत्री ने डीजीपी को स्पष्ट निर्देश दिए कि इस मामले में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि हत्याकांड की जांच भिवानी पुलिस से हटाकर रोहतक पुलिस को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया तुरंत अमल में लाई जाए तथा शेष सभी आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि अपराधियों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई की जाए जिससे प्रदेश में एक स्पष्ट संदेश जाए कि कानून हाथ में लेने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को यह भी आश्वस्त किया कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा रोहित की बहन को उसकी योग्यता के अनुसार नौकरी देने के विषय पर सरकार गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है और शीघ्र ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ी है और रोहित धनखड़ को न्याय दिलाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।

