गरिमा टाइम्स ब्यूरो.रोहतक : रक्षाबंधन के त्योहार पर सरकार ने महिलाओं के लिए बसों में निशुल्क बस यात्रा की सौगात दी है। लेकिन कुछ प्राइवेट बस परिचालक अपनी मनमानी कर महिलाओं से किराया वसूल रहे है।
यहीं नहीं महिलाएं किराए का विरोध कर रही है तो परिचालक उन्हें बस से उतारने की धमकी तक दे रहे है। बुजुर्ग महिलाओं से भी परिचालक किराया वसूल रहे है। जबकि आरटीए के अधिकारी इस मामले मेबसों की जांच तक कर चुके है और कुछ बसों के चालान तो कुछ बसों को इंपाउंड तक किया जा चुका है।
महिलाओं की शिकायत पर आरटीए के अधिकारियों ने बसों की छानबीन की तो उनमें परिचालक महिलाओं से किराया वसूलते मिले। ऐसे में अधिकारियों ने सात बसों के चालान तो चार बसों को इंपाउंड किया है।
उसके बावजूद भी परिचालक अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे है। ऐसे में महिलाओं को मजबूरी में प्राइवेट बस परिचालकों को किराया देना पड़ रहा है। जबकि सरकार के आदेश है कि प्राइवेट बसों में भी महिलाओं से किराया नहीं वसूला जाएगा। ऐसे में आरटीए विभाग की लापरवाई साफ नजर आ रही है। अगर आरटीए विभाग सख्ती से पेश आए तो बस चालक महिलाओं से किराया ही नहीं वसूल पाते। लेकिन परिचालक बिना किसी डर के महिलाओं से किराया वसूलने पर तुले हुए हैं।
मानमानी नहीं सहन की जाएगी
इस तरह के मामले सामने आ रहे है, ऐसे में कुछ बसों के चालान भी किए जा चुके है। फिलहाल अन्य रूटों पर भी जांच की जा रही है। प्राइवेट बस चालकों की मानमानी नहीं सहन की जाएगी। – गायत्री अहलावत, आरटीए