Thursday, April 24, 2025
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विकट संकष्टी चतुर्थी का पूजा मुहूर्त और चंद्रोदय का समय

Vikat Sankashti Chaturthi: विकट संकष्टी चतुर्थी विघ्नहर्ता भगवान गणेश को समर्पित है. इस व्रत को रखने से जीवन के सारे विघ्न दूर हो जाते हैं. ये व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन किया जाता है. इस साल वैशाख महीने की विकट संकष्टी चतुर्थी 16 अप्रैल 2025 बुधवार को है. इस व्रत को करने से जीवन में सुख और समृद्धि आती है.

Vikat Sankashti Chaturthi: विकट संकष्टी चतुर्थी की पूजा विधि 

  • जो भक्त संकष्टी चतुर्थी व्रत रखते हैं, वे सुबह जल्दी उठकर सूर्योदय से पहले पवित्र स्नान करके नए या स्वच्छ वस्त्र धारण करते हैं.
  • इस दिन भक्त पूर्ण उपवास या आंशिक उपवास रखते हैं.
  • भगवान गणेश की मूर्ति को एक स्वच्छ स्थान पर स्थापित किया जाता है और दुर्वा घास, ताजे फूलों, घी के दीपक आदि पूजा में शामिल करें.
  • भगवान गणेश को मोदक और लड्डू भोग में अर्पित किए जाते हैं.
  • पूजा की शुरुआत मंत्रों के जाप और व्रत कथा के पाठ से होती है.
  • संध्या में पूजा और आरती के साथ यह विधि संपन्न होती है.
  • चंद्रमा के दर्शन के बाद व्रत का समापन करें.

विकट  संकष्टी चतुर्थी पूजा मुहूर्त 

विकट संकष्टी चतुर्थी 16 अप्रैल 2025 को दोपहर 1.16 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 17 अप्रैल 2025 को दोपहर 3.23 मिनट पर समाप्त होगी.

  • पूजा मुहूर्त – सुबह 5.55 – सुबह 9.08

जानिए चंद्रोदय का समय 

विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रोदय रात 10 बजे शुरू होगा. इस दिन चंद्रमा की पूजा जरुर करनी चाहिए, तभी जाकर व्रत सफल हो पाता है.

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