दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के 17 विजेताओं को सम्मानित किया। कला, संस्कृति और खेल जगत के साथ ही बच्चों को बहादुरी के लिए बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस बार 14 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया था। इनमें 7 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं। ये सम्मान समारोह राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित किया गया।
17 बच्चों को किया सम्मानित
14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से चुने गए 7 लड़कों और 10 लड़कियों को सम्मान के तहत एक पदक, प्रमाण पत्र और एक प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया। पुरस्कार पाने वालों में कला एवं संस्कृति में शानदार उपलब्धियां हासिल करने वाली 14 वर्षीय दिव्यांग लेखिका केया हतकर, कश्मीर के 12 वर्षीय सूफी गायक अयान सजाद, ‘सेरेब्रल पाल्सी’ से पीड़ित 17 वर्षीय व्यास ओम जिग्नेश (संस्कृत साहित्य) शामिल हैं।
वीरता श्रेणी में, नौ वर्षीय सौरव कुमार को तीन लड़कियों को डूबने से बचाने जबकि 17 वर्षीय इओना थापा को एक फ्लैट में 36 निवासियों को आग से बचाने के लिए सम्मानित किया गया।
पीेएम मोदी ने की बच्चों से मुलाकात
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से सम्मानित बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने बच्चों को खूब सारी बातें कर उनका हालचाल भी जाना। प्रधानमंत्री मोदी ने बाल पुरस्कार विजेताओं से कर उन्हें ऑटोग्रॉफ भी दिया। इसके साथ ही बाल पुरस्कार पाने वाले लगभग सभी बच्चों ने पीएम मोदी से बातचीत की है। प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार पिछले साल 2023 में 11 बच्चों को दिया गया था।
किन बच्चों को और क्या मिलता है पुरस्कार में?
बता दें कि प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार की शुरुआत साल 1996 में हुई थी महिला एवं बाल विकास मंत्रालय प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए बच्चों को सिलेक्ट करती है। जिन बच्चों की उम्र 5 साल से 18 साल के बीच हो, उन्हें ये पुरस्कार दिया जाता है। ये पुरस्कार जीतने वाले बच्चों को सर्टिफिकेट के साथ एक लाख रुपये की राशि भी दी जाती है।