रोहतक: भारत-पाकिस्तान के युद्ध के मद्देनजर पीजीआईएमएस (PGIMS) ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एस के सिंघल ने बताया कि संस्थान ने अपनी स्वास्थ्य सेवाओं में कोई कमी न आने देने के लिए अपनी कमर कस ली है।
डॉ. सिंघल ने बताया कि इमरजेंसी के 65 बेड और ट्रॉमा सेंटर के 120 बेड आपात स्थिति के लिए मार्क हैं। इसके अलावा, यदि कोई मॉस कैजुअल्टी आती है तो आपातकाल विभाग के 6 नंबर कमरे मे 20 बेड रिजर्व है।
2280 बेड की क्षमता के साथ तैयार है पीजीआईएमएस
डॉ. सिंघल ने बताया कि 2280 बेड से अधिक की क्षमता वाला यह संस्थान सदैव आपदा से निपटने के लिए तैयार है। संस्थान के पास पर्याप्त मात्रा में ब्लड की यूनिट उपलब्ध है, जिसमें 900 से अधिक ब्लड यूनिट स्टोर किए गए हैं।
मेडिकल उपकरण और दवाइयां भी उपलब्ध
सेंट्रल स्टोर में 750 से अधिक प्रकार के मरीज के इलाज में प्रयोग होने वाले मेडिकल उपकरण और दवाइयां उपलब्ध हैं। इसके अलावा, पीजीआईएमएस ऑक्सीजन के मामले में भी पूरी तरह से आत्मनिर्भर है और 40000 लीटर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक भी संस्थान के पास उपलब्ध है।
पीजीआईएमएस की तैयारियों पर भरोसा
पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एस के सिंघल ने बताया कि संस्थान अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।