गरिमा टाइम्स न्यूज.रोहतक : पिछले दो दिन में एक दम से हुई स्मॉग के कारण आमजन में आंखों की बीमारी बढ़ने का खतरा बढ़ चुका है। ऐसे में रोजाना पीजीआई से लेकर सिविल अस्पताल में आंखों के मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। अगर एक्यूआई की बात करें तो सोमवार को एक्यूआई 400 के पार था जो कि सेहत के लिए ही नहीं फेफड़ों के लिए बहुत ही घातक है। ऐसे में डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में बचाव ही बेहतर इलाज है।
पीजीआई के डॉ. अशोक राठी का कहना है कि प्रदूषण इतना बढ़ चुका है कि हर किसी की आंख में जलन से लेकर खुजली बढ़ रही है। ऑफिस में ज्यादा देर तक काम करने वाले लोगों की संख्या में भी काफी इजाफा हो रहा है। रोजाना सैकड़ों मरीज ओपीडी में आ रहे है। जिन्हें सावधानी बरतने के साथ-साथ अन्य हिदायतें तक दी जा रही है। जिन मरीजों को दिक्क्त ज्यादा हो रही है, उन्हें वार्डों में शिफ्ट किया जा रहा है। इसके लिए विभाग ने पूरी तैयारियां तक ही हुई है। इसके लिए अस्पतालों में आने वाले मरीजों को जागरूक भी किया जा रहा है।
प्रदूषण आंखों पर कैसे करता है असर
प्रदूषण के कण आंखों में जाने के बाद वहां जमने लगते हैं। ये धीरे-धीरे आंखों में जलन पैदा करते हैं। इससे आंखों में सूखापन भी होता है। लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से मैकुलर डिजनरेशन हो सकता है। जिससे आंखों की रोशनी कम होने का रिस्क रहता है. अगर आपको इस समय आंखों में जलन, आंखों का लाल होना, सूजन या फिर पानी आने की समस्या है, तो इसको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इस मामले में तुरंत डॉक्टरों से सलाह लेने की जरूरत है।
ऐसे करें बचाव
नियमित रूप से आंखों को पानी से धोएं, डॉक्टर की सलाह पर आंखों में आई ड्रॉप डालें, आंखों की सुरक्षा के लिए एंटी-पॉल्यूटेंट आंखों की क्रीम का उपयोग करें, शाम को घर आने के बाद आंखों को जरूर धोएं, गरम या ठंडे पानी की सिकाई से आंखों को आराम मिलता है, ठंडे टी बैग्स से सिकाई करने से आंखों को आराम मिलता है, धूल और प्रदूषण से बचाव के लिए चश्मे पहनें और अपनी डाइट में विटामिन ए, सी, और ई शामिल करें।