रोहतक : पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक (पीजीआईएमएस) के हड्डी रोग विभाग के 2 डॉक्टरों व स्पोर्ट्स इंजरी विभाग के एक डॉक्टर ने लखनऊ में आयोजित 21वें राष्ट्रीय आर्थ्रोप्लास्टी एसोसिएशन सम्मेलन (IAACON 2025) में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए संस्थान का नाम रोशन किया।
तीनों चिकित्सकों की इस उपलब्धि पर पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉक्टर एच के अग्रवाल ने बधाई देते हुए कहा कि चिकित्सकों ने कॉन्फ्रेंस में आयोजित प्रतियोगिताओं की सभी श्रेणियां में पुरस्कार जीतकर संस्थान का नाम रोशन किया है और संस्थान को तीनों चिकित्सकों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि संस्थान में आने वाले मरीज को उच्च गुणवत्ता का इलाज उपलब्ध करवाया जाए।
ऑर्थोपेडिक्स विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर, डॉ. जितेन्द्र वाधवानी, ने बेस्ट आईएए फेलो पेपर अवॉर्ड जीता। उनके विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉ. शग्निक पॉल, सीनियर रेजिडेंट ने आईएए गोल्ड मेडल पेपर अवॉर्ड में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। वहीं स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ मोहित दुआ ने प्रतिष्ठित यंग सर्जन फोरम अवॉर्ड अपने नाम किया।
संस्थान का नाम रोशन करने वाले तीनों चिकित्सकों के बधाई देते हुए कुलगुरु डॉक्टर एच के अग्रवाल, कुल सचिव डॉक्टर रूप सिंह, निदेशक डॉक्टर एस के सिंघल व चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर कुंदन मित्तल ने कहा कि इन डॉक्टरों की उत्कृष्ट प्रदर्शन ने पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक और पीजीआईएमएस रोहताक को गौरवान्वित किया है। यह उपलब्धि ऑर्थोपेडिक सर्जरी में संस्थान के बढ़ते योगदान और शैक्षणिक उत्कृष्टता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश खिलाड़ियों के प्रदेश के रूप में जाना जाता है ऐसे में स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग के चिकित्सक को यंग सर्जन अवार्ड मिलना दर्शाता है कि पीजीआईएमएस का स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर पूरे देश में अपनी एक अलग ही पहचान रखता है।
देशभर से प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जनों ने भाग लिया
कॉन्फ्रेंस के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए हड्डी रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर जितेंद्र वाधवानी ने बताया कि यह प्रतिष्ठित सम्मेलन 31 अक्टूबर से 2 नवम्बर 2025 तक होटल रामाडा, लखनऊ में आयोजित हुआ था।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन में जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के नवीनतम विकासों पर चर्चा की गई, जिसमें हिप, नी और शोल्डर आर्थ्रोप्लास्टी सहित जटिल रिवीजन सर्जरी पर विशेष सत्र आयोजित किए गए। डॉ जितेंद्र वाधवानी ने कहा कि देशभर से सैकड़ो प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जनों ने इसमें भाग लेकर अपने अनुभव और अनुसंधान सांझा किए।
जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज डॉक्टर उमेश यादव ने बताया कि इस सम्मेलन में संस्थान के हड्डी रोग विभाग से दो और स्पोर्ट्स इंजरी मेडिसिन विभाग से एक चिकित्सक ने हिस्सा लिया था। सम्मेलन के दौरान पोस्टर प्रस्तुतीकरण, पेपर प्रस्तुतीकरण एवं रिसर्च को अवार्ड प्रदान किए गए और उनके विभाग के चिकित्सकों ने सभी प्रमुख श्रेणियों में पुरस्कार जीतकर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। इस प्रकार की उपलब्धि पहली बार संस्थान में हासिल की गई है।
फरवरी में नॉर्थ जोन की ऑर्थोपेडिक्स कॉन्फ्रेंस
डॉ. रूप सिंह ने कहा कि आर्थोपेडिक्स विभाग की इस उपलब्धि पर उन्हें गर्व है और शोध की प्रक्रिया को जारी रखते हुए फरवरी 2026 में नॉर्थ जोन की ऑर्थोपेडिक्स कॉन्फ्रेंस आयोजित करने जा रहा है।
इस सम्मेलन में क्षेत्र के विशेषज्ञ अपने अनुभव और नवीनतम तकनीकों को साझा करेंगे और ऑर्थोपेडिक्स में नवीनतम प्रगति और चुनौतियों के बारे में बताया जाएगा। डॉ रूप सिंह ने बताया की यह आयोजन न केवल चिकित्सा क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा, बल्कि क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं को भी सुदृढ़ करेगा।
खेल प्रेमियों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं
स्पोर्ट्स इंजरी मेडिसिन विभाग अध्यक्ष डॉक्टर राजेश रोहिला ने बताया कि स्पोर्ट्स इंजरी मेडिसिन विभाग खेल से जुड़ी चोटों के इलाज और उनकी रोकथाम के लिए समर्पित है। यह विभाग एथलीटों और खेल प्रेमियों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्रदान करता है, जिससे वे अपने खेल में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें।
डॉ राजेश रोहिला और डॉक्टर मोहित दुआ ने बताया कि हमारा लक्ष्य एथलीटों और खेल प्रेमियों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है, जिससे वे अपने खेल में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें और अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकें।

