झज्जर। हरियाणा में बदमाशों को फॉलो करने वाले सावधान हो जाये क्योंकि पुलिस उनके खिलाफ अलग से रणनीति बनाने कि तैयारी कर रही है। दरअसल आज के समय में युवाओं को इंटरनेट पर बदमाशों को फॉलो करना उनकी हर एक्टिविटी को देखने का शोक बढ़ता जा रहा है। जिसके बाद ही युवाओं का मन बदमाशी की तरफ भटक जाता है और यही वजह है कि अपराध दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। एसपी डॉक्टर अर्पित जैन झज्जर ने इंटरनेट मीडिया पर बदमाशों के अकाउंट को फॉलो करने वालों का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई के संबंध में कड़े दिशा निर्देश दिएहैं। साथ ही ऐसे युवाओं के स्वजनों को भी आगाह करने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक झज्जर डॉ. अर्पित जैन ने पुलिस द्वारा पहले की गई कार्रवाई के संबंध में करीब 20 बच्चों के परिवारजनों को कार्यालय में बुलाकर उनके बारे में जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि ऐसे युवकों का उचित मार्गदर्शन किया जाए तथा दोबारा गलत संगति में ना पड़े इसका ध्यान रखा जाए। इंटरनेट मीडिया पर झज्जर पुलिस की टीम द्वारा निगरानी रखी जा रही है। इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर प्रत्येक गतिविधि पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। गैंगस्टर/बदमाशों के अकाउंट को चलाने वाले उनके संदेशों का प्रचार प्रसार करने वाले, उनको फॉलो करने वाले, उनकी पोस्ट को लाइक, शेयर करने अथवा कमेंट करने वाले युवकों/लोगों पर कार्रवाई करने के लिए झज्जर पुलिस द्वारा विशेष कार्य योजना तैयार की गई है।
उन्होंने कहा कि आमजन अपने बच्चों का ध्यान रखें। क्योंकि बदमाशों के अकाउंट को फॉलो करने वाले और चलाने वाले अधिकतर युवक विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी पाए गए हैं। जिनका बदमाशों के साथ व्यक्तिगत कोई लेना देना नहीं, उन युवकों के बारे उनके माता-पिता को भी कोई खबर नहीं है। कुछ नवयुवक इंटरनेट मीडिया पर अपराधियों के झांसे में आकर भटक जाते हैं।
इसके लिए झज्जर पुलिस की आमजन से अपील है कि इस प्रकार के भटके हुए नौजवानों के बारे में पता चले तो उनके माता-पिता व पुलिस को सूचित करें। ताकि उनका सही मार्गदर्शन किया जा सके। उन्होंने बताया कि कुछ युवकों के परिवारजनों को पुलिस कार्यालय झज्जर में बुलाया गया। ऐसी प्रवृत्ति के बच्चों को उनके माता-पिता और गांव व शहर के मौजिज व्यक्तियों को बुलाकर समझाया गया कि वे बच्चों को ऐसी गतिविधियों से दूर रखें। क्योंकि ऐसा करने पर बच्चे क्राइम की ओर आकर्षित हो जाते हैं। अभिभावक बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें जिससे उन्हें अपराध से दूर रखा जा सके।