Thursday, March 6, 2025
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अब रोहतक PGIMS में लोगों को जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए नहीं भटकना पड़ेगा, तय समय के अंदर बनेंगे सर्टिफिकेट

रोहतक : पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (PGIMS) के कुलपति डाॅ.एच.के. अग्रवाल व निदेशक डाॅ.एस.के. सिंघल ने बुधवार को आपातकालीन विभाग स्थित शिशु रोग विभाग की इमरजेंसी का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

कुलपति डाॅ.एच.के. अग्रवाल ने कहा कि शिशुओं के इलाज में काम आने वाली सभी मशीनों को प्राथमिकता के आधार पर जल्द से जल्द खरीदा जाए। उन्होंने कहा कि वे नहीं चाहते कि आपातकाल विभाग में किसी भी शिशु को कोई परेशानी आए, ऐसे में इस विभाग में सभी चिकित्सा उपकरण होने जरूरी हैं। इसके बाद उन्होंने कमरा नम्बर 2 का निरीक्षण किया जहां पर उन्होंने बिना एप्रन पहने चिकित्सकों को वापिस भेजते हुए सख्त आदेश दिए कि कोई भी चिकित्सक व इंटर्न बिना एप्रन पहने ड्यूटी पर नहीं आएगा। डाॅ.एच.के. अग्रवाल ने वहां आए मरीजों व उनके परिजनों से भी बात की जिन्होंने वहां मिल रहे इलाज पर संतुष्टि जाहिर की। डाॅ. अग्रवाल ने कहा कि सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी हर माह रोटेशन के आधार पर लगनी चाहिए।

निदेशक डाॅ.एस.के. सिंघल ने बताया कि इसके पश्चात कुलपति डाॅ.एच.के. अग्रवाल ने मेडिकल रिकॉर्ड विभाग का निरीक्षण करते हुए कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी कि जब भी चिकित्सक वार्ड की फाइलें जमा करवाने आते हैं तो उन्हें तत्परता से जमा किया जाए यदि बिना वजह चिकित्सकों के चक्कर लगवाए गए तो वें यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे कि चिकित्सक मरीज के इलाज का समय छोड़कर यहां बिना वजह के कार्य में अपना समय व्यर्थ करें।

डाॅ.एच.के. अग्रवाल ने जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र विभाग का निरीक्षण करते हुए कर्मचारियों को हिदायत दी कि तय समय से पहले ही आमजन को जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाए जाएं, यदि बिना वजह किसी भी आमजन को परेशान किया गया तो वें उस पर कडा एक्शन लेंगे।

उन्होंने कहा कि यहां पर पूरे प्रदेश से लोग जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने आते हैं तो ऐसे में हमारा प्रयास होना चाहिए कि हर व्यक्ति का कार्य समय से पहले पूरा करके दे क्योंकि जब कोई व्यक्ति मृत्यु प्रमाण पत्र लेने आता है तो वह पहले ही काफी मानसिक परेशानी से जूझ रहा होता है, ऐसे में यदि हम उसका कार्य समय से कर देते हैं तो उससे उसको कुछ तो राहत अवश्य मिलती है।

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