हरियाणा सरकार ने खाद वितरण प्रणाली में बदलाव करते हुए इसे मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल से जोड़ दिया है। इस नई व्यवस्था के तहत अब किसी भी किसान को बिना पंजीकरण के केवल आधार कार्ड पर खाद नहीं मिलेगी।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पलवल के उपनिदेशक डा. बाबूलाल ने बताया कि अब खाद विक्रेताओं द्वारा किसान को तभी खाद दी जाएगी जब किसान की फसल का पंजीकरण पोर्टल पर दर्ज होगा। उन्होंने बताया कि अब बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से खाद वितरण प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन हो गई है। मशीन पर किसान का अंगूठा लगने पर किसान के पंजीकरण का विवरण स्वत: ही प्रदर्शित होगा, जिसके बाद ही खाद वितरण की स्वीकृति मिलेगी।
उन्होंने बताया कि जिला पलवल में रबी सीजन के लिए लगभग 37 हजार एम.टी. यूरिया की मांग रहती है और वर्तमान समय में जिला पलवल में किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है।
कृषि विभाग ने रबी सीजन की शुरुआत के साथ ही मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल https://fasal.haryana.gov.in को गत 8 अक्तूबर 2025 से किसानों की सुविधा के लिए पंजीकरण करवाने के लिए फिर से खोल दिया है।
कृषि उप निदेशक डा. बाबूलाल ने जिला के किसानों से आह्वान करते हुए कहा है कि वे समय पर अपना पंजीकरण करवाएं, ताकि कृषकों को खाद प्राप्त करने में कोई समस्या न आए।

