Bihar news: बिहार सरकार के मंत्री के द्वारा ये ऐलान किया गया है कि बिहार सरकार 2025-26 में राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में 700 नए छोटे पुल बनाएगी. विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार के द्वारा लिया गया ये फैसला काफी अहम माना जा रहा है.
बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग (आरडब्ल्यूडी) अशोक चौधरी ने शुक्रवार को ये जानकारी दी कि बिहार सरकार के द्वारा अगले वित्तीय वर्ष में ग्रामीण क्षेत्रों में 700 नए पुलों का निर्माण कराया जाएगा. वित्त वर्ष 2025-26 के लिए आरडब्ल्यूडी के 11,101.64 करोड़ रुपये के बजट प्रस्ताव पेश करते हुए गामीण कार्य विभाग मंत्री की ओर से ये ऐलान किया गया है. उन्होंने कहा कि “वर्ष 2025-26 में विभाग राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में 3,000 करोड़ रुपये की लागत से 700 नए छोटे पुलों का निर्माण करेगा.”
Bihar news- उच्च गुणवत्ता वाली ग्रामीण सड़कों से जोड़ा जाएगा
अशोक चौधरी ने कहा कि राज्य के भीतर ग्रामीण संपर्क में सुधार के उद्देश्य से हमारी सरकार ने पहले से बिना संपर्क पथ वाले बस्तियों तक हर मौसम में पहुंच सुनिश्चित करने के लिए कई ग्रामीण सड़क विकास योजनाएं शुरू की हैं. आगामी महीनों में सभी ऐसे बस्तियों को उच्च गुणवत्ता वाली ग्रामीण सड़कों से जोड़ दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (एमएमजीएसवाई) के तहत विभाग ने वर्ष 2024-25 में अब तक 764 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया है जबकि वर्ष 2025-26 में विभाग अतिरिक्त 8,600 किलोमीटर सड़कों का निर्माण करेगा.
ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री ने कहा कि ग्रामीण सड़क बुनियादी ढांचे का निर्माण और सुधार लोगों के जीवन की गुणवत्ता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है, आर्थिक विस्तार को बढ़ावा देता है और शहरी और ग्रामीण समुदायों के बीच की खाई को पाटता है.
हर गांव को सड़कों से जोड़ रही है
ग्रामीण कार्य विभाग (आरडब्ल्यूडी) अशोक चौधरी ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अखाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा, बाबासाहेब सड़कों को देश के अर्थव्यवस्था के विकास की धमनियां कहा करते थे. 2005 में जहां बिहार की ग्रामीण सड़कों की कुल लंबाई मात्र 800 किमी थी, वहीं आज यह बढ़कर यह 1.17 लाख किमी हो गई है. यह सिर्फ सड़कों का विस्तार नहीं, बल्कि प्रगति की नई राह है, जो हर गांव को शहरों से जोड़ रही है. किसानों को बाजार तक पहुंचा रही है और युवाओं को नए अवसर दे रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शिता और संकल्प ने बिहार को बुनियादी संरचना के मामले में एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया है.
बाबासाहेब सड़कों को देश के अर्थव्यवस्था के विकास की धमनियाँ कहा करते थे।
2005 में जहाँ #बिहार की ग्रामीण सड़कों की कुल लंबाई मात्र 800 किमी थी, वहीं आज यह बढ़कर 1.17 लाख किमी हो गई है! यह सिर्फ सड़कों का विस्तार नहीं, बल्कि प्रगति की नई राह है, जो हर गांव को शहरों से जोड़ रही… pic.twitter.com/nyOcfmGud6
— Dr. Ashok Choudhary (@AshokChoudhaary) March 21, 2025