मध्यप्रदेश: मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के तहत इस बार राज्य की करीब 1 लाख 63 हजार महिलाओं का नाम सूची से हटा दिया गया है। महिला और बाल विकास विभाग ने इन महिलाओं को अपात्र घोषित कर दिया है, जिसके कारण इन्हें जनवरी 2025 में मिलने वाली 1250 रुपए की किस्त नहीं मिलेगी। इन महिलाओं की उम्र 60 साल या उससे अधिक हो गई है, जिस कारण उन्हें लाडली बहना योजना से बाहर किया गया है।
सरकार ने दिया ये तर्क
लाड़ली बहना योजना की शुरुआत 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले हुई थी और इस योजना के तहत लाड़ली बहनों के खाते में पहली किस्त 10 जून 2023 को आई थी। इस योजना के लाभार्थियों के लिए शर्त रखी गई थी कि लाड़ली बहनों का जन्म 1 जनवरी 1963 के पहले और 1 जनवरी 2000 से बाद नहीं होना चाहिए।
इसके पीछे तर्क दिया गया था कि राज्य सरकार द्वारा वृद्धावस्था पेंशन के तहत 60 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को 6 सौ रुपए हर माह देती है। ऐसी में लाड़ली बहना का लाभ उन्हें नहीं दिया जा सकता।
10 जनवरी को जारी होगी अगली किस्त
मध्य प्रदेश की लाडली बहना योजना में लाभ ले रहीं महिलाओं के लिए अच्छी खबर भी आई है। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से लाडली बहना योजना की अगली किस्त जारी करने के बारे में भी जानकारी दे दी गई है। 10 जनवरी को सभी लाभार्थी महिलाओं के खाते में मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से डीबीटी के जरिए 1250 रुपए की राशि खाते में भेज दी जाएगी। लेकिन आपको बता दें जो महिलाएं योजना में अपात्र घोषित की जा चुकी हैं। उन्हें इस किस्त का लाभ नहीं मिलेगा।