रोहतक। नगर निगम रोहतक प्रॉपर्टी आईडी की खामियां दो साल में भी दुरुस्त नहीं पाया है। लोगों की निगम के चक्कर काट कर चप्पलें तक घिस गई लेकिन त्रुटियां ज्यों की त्यों रही। भले ही निगम कैंप लगाकर खामियों को दूर करने के दावे करता रहा लेकिन अभी भी हजारों आइडी ऐसी हैं, जिनमें खामियां हैं और सुधार नहीं हो पाया है। लेकिन अब लोग खुद अपनी प्रॉपर्टी आईडी में हुई त्रुटियों को ठीक कर सकेंगे। निगम की ओर से नई प्लानिंग के तहत क्यूआर कोड जारी किया गया है। यह विभाग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध रहेगा। इससे से खुलने वाले पोर्टल पर प्रॉपर्टी संबंधी व अन्य जानकारी देनी होगी।
रोहतक नगर निगम ने क्यू आर कोड जारी किया है। इस क्यू आर पर क्लिक करते ही यूएलबी की साइट खुल जाएगी। इसके बाद प्रापर्टी आईडी का नंबर डालने पर जो भी जानकारी सामने आए उसे भरना होगा। मसलन आपका रिहायशी मकान कमर्शियल दिखा गया है तो आप आपको उसमें टिक करना होगा कि इसे रिहायशी ही रखा जाए, इसके दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे। इससे आवेदनकर्ता की रिक्वेस्ट साइट पर अपलोड हो जाएगी। इसके बाद संबंधित कर्मचारी या अधिकारी खामी और दस्तावेज देखकर प्रॉपर्टी आईडी को ठीक करेंगे। इसका बड़ा फायदा से होगा कि लोगों को नगर निगम के चक्कर नहीं काटने पडेंगे।
रविवार को नगर निगम की कर शाखा के कर्मचारी यह कोड वार्ड पार्षदों को देकर आए हैं। साथ ही उन्हें ट्रेनिंग भी दी है कि किस तरह से इस कोड के जरिए प्रापर्टी आईडी की त्रुटियां ठीक होंगी। ये क्यूआर कोड विधायक को भी दिए जाएंगे। क्यूआर कोड की सुविधा लागू करने के बाद लोगों को नगर निगम के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि नगर निगम में भी जाकर त्रुटियों को ठीक करवाने के लिए फाइल लगाई जा सकती है। इसके लिए निगम में दो काउंटर बनाए गए हैं।
बता दें कि याशी कंपनी के सर्वे के बाद ज्यादातर लोगों की प्रापर्टी आईडी में बहुत सी खामियां थी। जिसे ठीक करवाने के लिए लोग आज तक नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं। इसके लिए निगम ने अपने स्तर पर हर वार्ड में और नगर निगम में भी कैंप लगाकर लोगों की त्रुटियों को ठीक किया था। इतना ही नहीं नगर निगम के कर्मचारियों की ड्यूटी पिछले दिनों घर-घर जाकर प्रापर्टी आईडी इंटीग्रेशन की भी लगाई गई थी। जहां कर्मचारियों ने लोगों से प्रापर्टी आईडी से संबंधित दस्तावेजों को लिया था।
आयुक्त नगर निगम धीरेंद्र खड़गटा के अनुसार नगर निगम की टीम क्यूआर कोड सभी पार्षदों को देगी। इसके लिए रविवार को भी कर्मचारियों ने पार्षदों के घर जाकर उन्हें कोड दिया और इससे कैसे लोग स्कैन करके दस्तावेज अपलोड करें इसकी जानकारी भी दी। इससे लोग घर बैठे की त्रुटियों को ठीक करवाने के लिए दस्तावेज अपलोड कर सकेंगे। सरकार की ये एक अच्छी पहल है।