Monkeypox : मंकीपॉक्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इंटरनेशनल लेवल पर हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। वहीं भारत में इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पूरी सतर्क हो गया है। सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों और दो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी गई है। कांगो में मंकीपॉक्स के मामले अधिक देखे जा रहे हैं।
वहीं केंद्र सरकार ने गंभीरता को देखते हुए राज्यों के साथ इसे लेकर एक बैठक भी की है। देश के हर हिस्से में आईसीएमआर के लैब में जांच की सुविधा है।
वहीं मंकीपॉक्स का अभी तक भारत में कोई भी मामला सामने नहीं आया है। दिल्ली में तीन मॉडल अस्पताल बनाए गए हैं। इसके अलावा दिल्ली में आरएमएल, सफदरजंग और लेडी हार्डिंग अस्पताल में आइसोलेशन वॉर्ड तैयार किए गए हैं।
बता दें मंकीपॉक्स एक संक्रामक रोग है जो मनुष्यों और कुछ जानवरों में हो सकता है इसके लक्षण बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, सूजी हुई लिम्फ नोड्स और थकान महसूस करने के साथ शुरू होते हैं. इसके बाद एक चकत्ता होता है जिसके ऊपर फफोले और पपड़ी बनता है. इस बिमारी के लक्षणों का पता करीब 10 दिनों में चलता है । वहीं WHO के मुताबिक, ये वायरस मुख्य रूप से किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है।