Mohit Rana: उत्तराखंड के चमोली जनपद के पोखरी ब्लाक के खन्नी गांव के रहने वाले मोहित राणा सेना में अधिकारी बनकर उत्तराखंड के साथ-साथ पूरे देश का नाम रौशन कर दिया है. मोहित राणा की ये सफलता पहाड़ी क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा का नया स्रोत भी बन गई है.
इससे पहले गढ़वाल राइफल्स की 14वीं बटालियन में राइफलमैन के पद पर कार्यरत मोहित ने प्रयागराज स्थित 19 SSB सेंटर से चयन प्राप्त कर भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में अधिकारी प्रशिक्षण के लिए प्रवेश पाया है. अपने तीसरे प्रयास में उन्हें ये सफलता हासिल हुई है.
Mohit Rana: लंबे समय से देशसेवा में जुड़ा हुआ है परिवार
मोहित राणा का परिवार लंबे वक्त से देशसेवा से जुड़ा हुआ है.उनके पिता चंद्र मोहन सिंह राणा गढ़वाल राइफल्स की 10वीं बटालियन में सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं. वर्तमान में मोहित अपने माता-पिता के साथ देहरादून के नथुवाला क्षेत्र में रहते हैं. उनके ताऊ रघुनाथ सिंह राणा पोखरी के बिनगढ़ क्षेत्र में शिक्षक हैं, जबकि मामा कुलदीप रावत नैनीसैंण में इंटर कॉलेज में अध्यापन कर रहे हैं.
यह सफलता केवल एक युवा की मेहनत की कहानी
मोहित ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, यूनिट के कमांडिंग अफसर कर्नल अमित कुमार डिमरी (शौर्य चक्र), गढ़वाल राइफल्स की 14वीं बटालियन के सभी साथियों और अपने मार्गदर्शक कमांडर विकास यादव (LWS SSB Academy, नई दिल्ली) को दिया. उन्होंने यह भी बताया कि उनके मामा कुलदीप रावत ने हर कदम पर उनका हौसला बढ़ाया और मार्गदर्शन किया. मोहित राणा की यह सफलता केवल एक युवा की मेहनत की कहानी नहीं है, बल्कि यह साबित करती है कि दृढ़ संकल्प और सतत प्रयास से पहाड़ों से भी बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं.