रोहतक। रेलवे रोड के आभूषण व्यापारी दिनेश वर्मा का नाबालिग बेटा 29 फरवरी से लापता है। दिल्ली बाईपास स्थित JLN के किनारे उसके कपड़े और जूते मिले हैं। वही नहर किनारे दोस्तों के साथ उसका बोतल के साथ एक वीडियो वायरल हुआ है जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। रविवार को रोहतक से लेकर सल्हावास तक एनडीआरएफ की टीम की मदद से 16 वर्षीय यश वर्मा को तलाश किया, लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी। इस बीच परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। लापता किशोर आर्यनगर क्षेत्र में आने वाले घनीपुरा का रहने वाला है।
17 किलोमीटर तक सर्च ऑपरेशन से खंगाली नहर
परिजनों का कहना है कि वे यश के लापता होने के बाद से ही कार्रवाई के लिए थाने और चौकियों के चक्कर लगाते रहे, लेकिन आर्य नगर थाना पुलिस ने मामला अर्बन एस्टेट क्षेत्र का बताकर केस दर्ज करने से मना कर दिया। परिवार ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को दीपेंद्र हुड्डा से मुलाकात की थी। उन्होंने एसपी हिमांशु गर्ग को फोन कर यश की तलाश में एनडीआरएफ की मदद लेने की बात कही थी। तब एनडीआरएफ की टीम को बुलाकर नहर पर सर्च अभियान चलाया गया। यश वर्मा की तलाश में रविवार को दो बोट के साथ नहर में उतरी टीम ने दोपहर 11 बजे से शाम सात बजे तक 17 किलोमीटर के एरिया में नहर खंगाल डाली। लेकिन यश का पता नहीं लग पाया।
दोस्तों पर सिर में बोतल मारने का आरोप
घनीपुरा निवासी दिनेश वर्मा ने बताया कि उसके दो बेटे हैं। छोटा बेटा 16 वर्षीय यश हाईस्कूल की परीक्षा दे रहा था। 29 फरवरी को अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने के लिए जेएलएन पर गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। देर शाम तक यश के घर न आने पर उसे तलाश किया। दिनेश वर्मा ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर पता किया तो जानकारी मिली कि यश वर्मा ने अपने दोस्त अंकित, गौरव व तन्मय के साथ बैठकर जेएलएन पार्टी की थी। दिनेश वर्मा ने आरोप लगाया है कि यश वर्मा के दोस्त पहले झूठ बोल रहे थे। बाद में पूछताछ के दौरान पता लगा कि उसके दोस्तों ने पार्टी के दौरान यश वर्मा के सिर में बोतल से चोट भी मार दी थी। उसकी टी शर्ट और जूता भी नहर पर उनके तलाश करने के बाद इन किशोर ने ही बताया है।
बार बार बयान बदल रहे दोस्त
वर्मा का कहना है कि तीनों दोस्त बार-बार बयान बदल रहे हैं। वायरल वीडियो में बोतल दिखाई दे रही है। पता चला है कि एक ने उसके बेटे के सिर में बोतल मारी और नहर में धक्का दे दिया। परिजनों को यश के जेएलएन में डूबने का अंदेशा है। पुलिस गहराई से पूछताछ करे तो वे सब कुछ उगल देंगे। परिजनों का आरोप है कि 29 फरवरी को ही पुलिस को सूचना दे दी थी, लेकिन बेटे को तलाश नहीं किया। वहीं, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सतपाल का कहना है कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी है। किशोर की नहर में रविवार को एनडीआरएफ की टीम के साथ तलाश कराई थी, लेकिन उसका देर शाम तक कोई पता नहीं लगा। सोमवार को भी टीमें अभियान चलाएंगी। साथ ही अब दोस्तों से भी पूछताछ की जाएगी।