रोहतक: महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) ने विद्यार्थियों को आधुनिक, पारदर्शी और सुगम शैक्षणिक सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए छात्र पोर्टल के माध्यम से छह महत्वपूर्ण ऑनलाइन सेवाओं का शुभारंभ किया। इन सेवाओं का उद्घाटन कुलपति प्रो. राजबीर द्वारा कुलपति समिति कक्ष में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में किया गया।
शुभारंभ की गई इन सेवाओं में पुनर्मूल्यांकन, री-चेकिंग, डुप्लीकेट विस्तृत अंक-पत्र (डीएमसी), डुप्लीकेट डिग्री, ट्रांसक्रिप्ट तथा बैकलॉग प्रमाण-पत्र शामिल हैं। इन सेवाओं के शुरू होने से अब विद्यार्थियों को परीक्षा एवं शैक्षणिक दस्तावेजों से जुड़ी प्रक्रियाओं के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह पहल न केवल समय और संसाधनों की बचत करेगी, बल्कि प्रक्रियाओं को अधिक पारदर्शी, त्वरित और छात्र-केन्द्रित बनाएगी।
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इस अवसर पर कुलपति प्रो. राजबीर ने कहा कि एमडीयू शिक्षा के साथ-साथ प्रशासनिक सुधारों में भी तकनीक को सशक्त माध्यम के रूप में अपना रहा है। उन्होंने कहा कि छात्र हित विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता है और डिजिटल सेवाओं का विस्तार इसी सोच का परिणाम है। कुलपति ने विश्वास जताया कि यह प्रणाली भ्रष्टाचार की संभावनाओं को न्यूनतम करेगी और विद्यार्थियों को समयबद्ध, विश्वसनीय सेवाएं उपलब्ध कराएगी। उन्होंने ‘डिजिटल इंडिया’ के लक्ष्य की दिशा में इसे एमडीयू का ठोस योगदान बताया।
चीफ कंसलटेंट (एग्जामिनेशन) प्रो. महाबीर धनखड़ और परीक्षा नियंत्रक प्रो. राहुल ऋषि ने इन ऑनलाइन सेवाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह डिजिटल पहल एमडीयू को एक आधुनिक, उत्तरदायी और छात्र-अनुकूल विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। आने वाले समय में छात्र पोर्टल के माध्यम से और भी सेवाओं को जोड़ने की योजना है, जिससे विद्यार्थियों को अधिकतम सुविधा और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके। यूनिवर्सिटी कंप्यूटर सेंटर के टेक्निकल असिस्टेंट विकास नागिल ने इन ऑनलाइन सेवाओं का डेमो दिया।
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