MP Cabinet: बीते दिनों मध्यप्रदेश में ओलावृष्टि की वजह से बहुत सारी फसलें खराब हो गई. प्रदेश के 400 से अधिक गांवों के किसानों को इस ओलावृष्टि के कारण भारी नुकसान हुआ. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की ओर से अधिकारियों को सर्वे करने के निर्देश दिए गए हैं.
कैबिनेट बैठक (MP Cabinet) में लिया गया फैसला
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया. सर्वे के आधार पर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा. इस बैठक में बारिश और ओलावृष्टि से फसलें प्रभावित होने की बात सामने आई, जिसका सर्वे कराकर आरबीसी के प्रावधानों के तहत भरपाई पर सहमति दी गई. बता दें कि मध्यप्रदेश के जिन जिलों में ओलावृष्टि और बारिश से फसलों को भारी नुकसान हुआ है उनमें सिंगरौली, मैहर, शहडोल, अनुपपुर, उमरिया, सागर, दमोह, पन्ना, जबलपुर, कटनी, सिवनी एवं डिंडौरी शामिल हैं.
शुरुआती आकलन और अनुमान के अनुसार ये जानकारी सामने आयी है कि कुल 12 जिले की कुल 29 तहसीलों के कुल 275 गांव में 2160 किसानों की लगभग 2194 हेक्टेयर की फसल क्षति का आंकलन किया गया है. आकाशीय बिजली से 05 जनहानि, 16 पशुओं की हानि और 02 मकानों की क्षति हुई है.
चार जगह लगाये जायेंगे सोलर प्लांट
मुख्यमंत्री की कैबिनेट बैठक में यह तय किया जाएगा कि मध्य प्रदेश में चार जगह बड़े सोलर प्लांट लगाए जायेंगे. जिससे नगर निगम और नगर पालिका के बिजली खर्च में कमी आयेगी. इसके साथ ही पानी सप्लाई करने में आसानी होगी.
बैठक में लिए गए ये बड़े फैसले
महाकाल की नगरी उज्जैन को काल गणना का प्रमुख केंद्र बनाया जाएगा.गुड़ी पड़वा पर मनाया जाएगा नववर्ष.
ओलावृष्टि से नुकसान हुई किसानों की फसलों का मुआवजा दिया जाएगा.
ओंकारेश्वर वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी बनाई जा रही.खजुराहो में ओबेरॉय ग्रुप को 19 एकड़ भूमि वैलनेस सेंटर बनाने के लिए दी जाएगी.
चार बड़े सोलर प्लांट लगाए जाएंगे.
ग्वालियर सहित अन्य क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयां स्थापित की जायेगीं.