10वीं-12वीं के लिए मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पूरक परीक्षा प्रणाली में कुछ जरूरी बदलाव कर सकता है। अगर कोई छात्र 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं में सारे सब्जेक्ट्स में भी फेल हो गए, तो चिंता की कोई बात नहीं। जीं हां, एमपी बोर्ड एक ऐसी पॉलिसी ला रहा है, जिसमें सारे विषयों में फेल होने वाले छात्र एक बार फिर बोर्ड की परीक्षाएं 4 महीने के अंदर दे सकेंगे।
इतना ही नहीं, अगर किसी छात्र के पर्सेंटेज कम हैं और उसे फिर परीक्षा देनी है, तो इसका प्रावधान भी किया जाएगा। इस नए सिस्टम से छात्रों के बहतर अवसर मिलेगा, जिससे वो अपनी कमियों को दूर कर सकेंगे और अपने साल को खराब होने से बचा सकेंगे।
कम नंबर आने पर फिर से परीक्षा देने का मौका
अगर किसी छात्र को लगता है कि 10वीं और 12वीं एमपी बोर्ड के किसी पेपर में या ओवरऑल उसके कम नंबर आए हैं, तो नई पॉलिसी के मुताबिक छात्र 4 महीने बाद फिर मेन बोर्ड एग्जाम की तरह ही परीक्षा दे सकेगा। हालांकि, इसमें शर्त ये होगी कि छात्र को सभी सब्जेक्ट के पेपर फिर से देने होंगे।
हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षा (नियमित / स्वाध्यायी) वर्ष 2025 का संशोधित परीक्षा कार्यक्रम
पूर्व में प्रसारित हाईस्कूल परीक्षा कार्यक्रम में दिनांक 19 मार्च 2025 को आयोजित विज्ञान विषय की परीक्षा दिनांक 21 मार्च 2025 दिन शुक्रवार, को आयोजित की जाएगी pic.twitter.com/MCAJcBhkGS
— School Education Department, MP (@schooledump) January 24, 2025
फेल हुए सब्जेक्टस की ही देनी होगी परीक्षा
अगर किसी छात्र ने तीन या उससे ज्यादा विषयों में फेल होने के बाद परीक्षा दी है, तो उसे उन ही विषयों की परीक्षा देनी होगी जिसमें वो फेल हुए है। छात्र किसी अन्य विषय में परीक्षा देने के लिए मान्य नहीं होंगे, जब तक कि वो उस विषय में फेल न हों।
बोर्ड में दूसरी बार फेल हुए तो?
अगर कोई छात्र बोर्ड के नतीजे के 4 महीने बाद हुई परीक्षा में भी फेल हो जाता है, तो उसे पास होने के लिए एक बार मौका दिया जाता है। मध्य प्रदेश राज्य ओपन स्कूल परीक्षा में बैठकर पास हो सकते हैं।