Kailash Mansarovar Yatra: आज 21 मई बुधवार को कैलाश मानसरोवर यात्रा में लकी ड्रॉ टिकट निकाला जाएगा. जवाहरलाल भवन में विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह की मौजूदगी में यह लकी ड्रॉ टिकट निकाला जाएगा. इसके बाद उत्तराखंड के लिपुलेख मार्ग से पांच दल में करीब 250 श्रद्धालुओं को कैलाश मानसरोवर दर्शन के लिए भेजा जाएगा.
Kailash Mansarovar Yatra: जून-जुलाई के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा का आयोजन
विदेश राज्य मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई है कि इस साल जून-जुलाई के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा का आयोजन होगा. इस साल तीर्थयात्रियों के 15 जत्थे भेजे जायेंगे. हर जत्थे में 50 यात्री शामिल होंगे. 5 जत्थे उत्तराखंड के रास्ते और 10 जत्थे सिक्किम के रास्ते से जायेंगे.
यात्रा का मार्ग कमाऊं से रहेगा
दिल्ली से शुरू होकर यात्रा टनकपुर, तवाघाट, धारचूला, गुंजी, नाभीढांग होते हुए तकलाकोट और दारचेन तक जायेगी. यहां से श्रद्धालु कैलास मानसरोवर के दर्शन करेंगे. इस संबंध में केएमवीएन के एमडी विनीत तोमर ने बताया कि बुधवार को ड्रॉ निकलने के बाद यात्रा पर जाने वालों की सूची तैयार की जाएगी. आवेदन करने अंतिम तिथि 13 मई थी. इस साल यात्रा कुल 21 दिन की होगी, जिसकी शुरुआत और समापन दिल्ली में होगा. यात्रा का पहला दल 30 जून को दिल्ली से टनकपुर के लिए रवाना होगा.
जानिए कितना है आवेदन शुल्क
उत्तराखंड के लिपुलेख मार्ग से पांच दल में करीब 250 श्रद्धालुओं को मानसरोवर के दर्शन के लिए भेजी जायेगा. कोविड के कारण मानसरोवर यात्रा रोकी गई थी जो अब पांच सालों के बाद फिर से शुरु हो रही है. इस साल कुल 15 दल में 750 यात्रियों का चयन किया जाएगा. पांच दल लिपुलेख मार्ग से कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जायेंगे.
जबकि दस दल में शामिल श्रद्धालु नाथूला होते हुए यात्रा कर सकेंगे. लिपुलेख मार्ग से यात्रा का संचालन केएमवीएन की ओर से किया जाएगा. निगम के अनुसार 2019 तक यात्रा का शुल्क 35 हजार रुपये था. इस बार यात्रा शुल्क 56 हजार रुपये तय किया गया है.