रोहतक। रोहतक के गांवों से शहर में पढ़ने के लिए आने वाली छात्राओं को बसों की कमी अखर रही है। बसों के अभाव में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वे न समय पर कक्षा में पहुंच पा रही हैं और न ही समय पर घर पहुंच पाती हैं। कॉलेज जाने के लिए अलसुबह जागना विवशता है तो घर पहुंचने के लिए बसों के इंतजार में दिन ढल जाता है। इस समस्या को लेकर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की छात्राओं ने उपायुक्त से मुलाकात कर अपनी समस्या से अवगत कराया है।
छात्राओं का कहना है कि अरसे से रूट पर बसों की कमी बनी हुई है। बसें कम होने से छात्राओं को इनमें जगह तक नहीं मिलती है। इस कारण अनेक बार लटककर या पायदान पर खड़े होकर काॅलेज जाना पड़ता है। भीड़ में शरारती तत्वों की अभद्रता भी झेलनी पड़ती है। इससे आहत छात्राओं ने आवाज उठाई है। सांघी, जसिया, ब्राह्मणवास, बसंतपुर व अन्य गांवों की छात्राएं उपायुक्त अजय कुमार से मिलने पहुंचीं। यहां उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराते हुए समाधान की अपील की।
छात्राओं ने कहा कि कई गांवों में तो बस सेवा ही नहीं है। बसों के अभाव में लोगों को दूसरे वाहनों की मदद लेनी पड़ती है। पुराना गोहाना अड्डा से मिलने वाली बसें भी अब गोहाना अड्डा चौक से चलाई जा रही हैं। इससे कॉलेज आने-जाने में परेशानी और बढ़ गई है। पिछले दो दिन से बसों का सांघी रूट पर संचालन नहीं हो रहा है। इस कारण छात्राओं को किराये पर ऑटो करना पड़ रहा है।
छात्राएं बोली काॅलेज आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्रतिदिन 40 रुपये ऑटो रिक्शा के खर्च हो रहे हैं। न तो समय से कॉलेज पहुंच पा रही हूं और न ही कॉलेज। बसों में अभद्रता का सामना भी करना पड़ता है। पहले पुराना गोहाना अड्डा से बस मिल जाती थी। अब इसके लिए गोहाना अड्डा चौक पर जाना पड़ता है। इससे किराये के लिए पैसे भी ज्यादा लगते हैं। बसों में जगह नहीं मिलती है। इस कारण खड़े होकर सफर करना पड़ता है। पढ़ाई का नुकसान हो रहा है।