कुरुक्षेत्र। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक कृषि डा. कर्मचंद ने कहा कि किसानों की सुविधाओं को मद्देनजर रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की तरफ से पैक्स स्थापित की गई है, जहां से किसानों को बीज, खाद एवं पेस्टीसाईड इत्यादि उपलब्ध होती है। लेकिन किसानों की अक्सर शिकायत रहती थी कि पैक्स में खाद की पर्याप्त आपूर्ति न होने के कारण उन्हें खाद मजबूरन शहरों में पहुंच कर खरीदना पड़ता है।
अब सरकार द्वारा किसानों को गांव में ही पैक्स के माध्यम से पर्याप्त खाद उपलब्ध करवाने हेतू बड़ा फैसला लिया है और जिला में खाद की कुल आपूर्ति का 40 प्रतिशत खाद (यूरिया एवं डीएपी) प्राथमिक कृषि ऋण समितियों के माध्यम से दिया जाएगा।
डीडीए डा. कर्मचंद ने खाद आपूर्तिकर्ता कंपनियों के साथ बैठक की और सभी को सरकार के दिशा-निर्देशों के बारे में बताया। सभी अधिकारियों को पॉस मशीन तथा खाद का मिलान करने बारे भी निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि इस नई प्रणाली से किसानों को बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी और समय पर किसान अपनी जरूरत अनुसार गांव के स्तर पर ही पैक्स के माध्यम से खाद प्राप्त कर सकेंगे।
जिला कुरुक्षेत्र में इस समय 16321 एमटी यूरिया व 3589 एमटी डीएपी उपलब्ध है। किसानों को आगामी रबी सीजन हेतु खाद की आपूर्ति लगातार बनी रहेगी। निजी डीलरों पर किसान क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं होती, जबकि पैक्स पर किसान अपने क्रेडिट कार्ड से भी खाद खरीद सकता है। जिला कुरुक्षेत्र में 61 प्राथमिक कृषि ऋण समितियां है।