कुरुक्षेत्र: अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में सोमवार को देर सायं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और हरियाणा कला परिषद की तरफ से आयोजित सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्घ कवि डॉ. कुमार विश्वास ने शिरकत की। कुमार विश्वास ने जैसे ही मंच पर अपनी प्रस्तुती दी तो, हजारों दर्शकों ने खड़े होकर उनका स्वागत किया। उन्होंने पवित्र ग्रंथ गीता को सबसे महान, पवित्र और सभी धर्मों का ग्रंथ बताते हुए कहा कि 100 पीएचडी से भी ज्यादा शोध का विषय पवित्र ग्रंथ गीता में समाहित है।
इसके उपरांत कुमार विश्वास ने गीता के बारे में विस्तार से अपने विचार रखे। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं को पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को अपने जीवन में धारण करने का संदेश भी दिया।
उन्होंने कहा कि इस ग्रंथ में ही पूरे संसार की समस्याओं का समाधान है और हर मानव के लिए उपयुक्त ग्रंथ है। कुमार विश्वास ने अपने चिर-परिचित अंदाज में दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। इस पांडाल में हर व्यक्ति कुमार विश्वास की कविताओं और विचारों को सुनने के लिए पहुंचा था।
वहीं, इस सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्घ कलाकार मनीषा की महाभारत पर आधारित रेत की कलाकृति और कवि सम्मेलन में डॉ. कुमार विश्वास और उनके साथ आए कवियों ने अपनी प्रस्तुतियां दी।
इस सांस्कृतिक संध्या का गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, बाबा भूपेंद्र सिंह, अयोध्या श्रीराम मन्दिर के चंपत राय, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, उपायुक्त नेहा सिंह समेत आए अन्य गणमान्यों और संत जनों ने विधिवत रुप से शुभारंभ किया। इस दौरान केडीबी की तरफ से कवि डॉ.कुमार विश्वास, रमेश मुस्कान, कविता तिवारी, सुदीप भोला, दिनेश बावरा सहित अन्य कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
डॉ. कुमार विश्वास के साथ-साथ कवि रमेश मुस्कान, कविता तिवारी, सुदीप भोला और दिनेश बावरा ने भी वर्तमान दौर और समय पर व्यंग्य कसते हुए देश के इतिहास, शिक्षा और संस्कारों और वीर जवानों की गाथाओं को सबके समक्ष रखा।