Ram Navami : हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन रामनवमी का त्यौहार मनाया जाता है. रामलला के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में रामनवमी का त्यौहार मनाया जाता है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्री रामचंद्र जी का जन्म हुआ था. श्री रामचंद्र जगत के पालनहार भगवान विष्णु के 7वें अवतार थे जिनका जन्म अयोध्या नगरी में हुआ था. इस त्यौहार को श्रीराम के भक्तों द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है.
रामनवमी (Ram Navami) तिथि
इस साल चैत्र शुक्ल नवमी तिथि का प्रारंभ 5 अप्रैल दिन शनिवार को शाम 7 बजकर 26 मिनट पर होगा. नवमी तिथि 6 अप्रैल दिन रविवार को शाम 7 बजकर 22 मिनट तक मान्य है. हिंदू धर्म में कोई भी त्यौहार उदया तिथि के आधार पर मनाया जाता है. ऐसे में 6 अप्रैल 2025 को रामनवमी मनाई जाएगी.
रामनवमी शुभ मुहूर्त
रामनवमी के दिन शुभ मुहूर्त मध्याह्न में 11 बजकर 14 मिनट से लेकर 01 बजकर 44 मिनट तक है.
राम नवमी की पूजा विधि
- भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए राम नवमी के दिन श्रीराम की पूजा इस प्रकार करें:
- प्रातःकाल स्नान करने के पश्चात पवित्र होकर पूजा स्थल पर बैठें और श्रीराम सहित समस्त देवी-देवताओं को प्रणाम करें.
- इस पूजा में तुलसी के पत्ते और कमल के फूल को अवश्य शामिल करें.
- इसके उपरांत श्रीराम नवमी की षोडशोपचार पूजा करें.
- भगवान राम को खीर का प्रसाद के रूप में भोग लगाएं.
- राम नवमी पूजा के समापन के बाद परिवार की सबसे छोटी महिला सभी लोगों के माथे पर तिलक करें.