कैथल : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की महत्वाकांक्षी योजना समाधान शिविर को धरातल पर उतारने में कैथल जिला पूरे हरियाणा में मिसाल बनकर उभरा है। कैथल प्रशासन ने शिविर में आने वाली कुल शिकायतों में से 99 प्रतिशत का सफलतापूर्वक निवारण कर प्रदेश भर में अव्वल बना है।
प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने कैथल की प्रशासनिक टीम की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने अन्य जिलों के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे कैथल प्रशासन द्वारा अपनाई जा रही कार्यप्रणाली और प्रक्रिया का अनुसरण करें ताकि प्रदेश की जनता को त्वरित न्याय मिल सके।
डीसी अपराजिता ने बताया कि जिला में लगाए जा रहे समाधान शिविरों में अब तक कुल 5325 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, इनमें से 4867 का समाधान किया जा चुका है। इस समय मात्र 21 शिकायतें लंबित है, संबंधित विभागों द्वारा इन पर कार्यवाही की जा रही है। अन्य शिकायतों में कुछ रिजेक्ट की गई हैं, कुछ रि ओपन तथा कुछ मामले कोर्ट में लंबित हैं। डीसी अपराजिता ने इस उपलब्धि को लेकर सभी विभागाध्यक्षों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर का उद्देश्य एक ही छत के नीचे आमजन की समस्याओं का संवेदनशीलता के साथ त्वरित समाधान करना है। यह पूरी टीम की कड़ी मेहनत का परिणाम है कि कैथल आज प्रदेश में अग्रणी है।
इस अवसर पर डीसी अपराजिता ने आमजन की शिकायतें भी सुनी और संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। इन शिकायतों में मुख्य रूप से गुहना से सिनद गांव जाने वाली सड़क के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण को लेकर थी।
डीसी ने वन विभाग को 15 दिन के अंदर विभाग की अनुमति से पेड़ काटने तथा लोक निर्माण विभाग को सड़क निर्माण के लिए दो महीने का समय दिया गया। इसके अलावा खेत में ट्यूबल कनेक्शन शिफ्ट करने संबंधित शिकायत में डीसी अपराजिता ने शिकायतकर्ता को विभाग की प्रक्रिया फॉलो करने के निर्देश दिए। एक शिकायत समाज कल्याण विभाग से संबंधित थी, जिसमें एक व्यक्ति द्वारा दिव्यांग पेंशन लगाने की मांग की गई
। डीसी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को जल्द से जल्द प्रार्थी की पेंशन लगाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार सीवन निवासी एक बुजुर्ग महिला की अवैध कब्जे से संबंधित शिकायत में डीसी ने पुलिस विभाग को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर डीएमसी कपिल शर्मा, सीईओ जिला परिषद सुरेश राविश, गुहला एसडीएम कैप्टन प्रमेश कुमार, सीटीएम गुरविंद्र सिंह, डीएसपी गुरविंद्र सिंह सहित अन्य विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।

